विश्व महिला दिवस 8 मार्च को मनाया जाने वाला है। इसी बीच महिला सशक्तिकरण की बातें हमेशा होती आई हैं और अब संयुक्त राष्ट्र राजदूत और भारतीय अभिनेत्री सेलिना जेटली ने एक मीडिया वेबसाइट से बात करते हुए इंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में महिलाओं के साथ हो रहे भेदभाव पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। अपने इंटरव्यू में बताया कि पुरूष सहकलाकार महिलाओं के साथ हो रहे उत्पीड़न और भेदभाव पर अपनी आंखें मूंद लेते हैं, लेकिन उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए। उन्हें अपनी सरकार से मदद के लिए हमेशा आगे आना चाहिए।
खबरों के अनुसार सेलिना ने इंटरव्यू में सबसे पहले बताया कि फिल्म इंडस्ट्री में हमेशा से वेतन का मुद्दा उठते आ रहा है। जब एक पुरुष कलाकार को महिलाओं से अधिक वेतन मिलता है, जबकि महिलाएं हमेशा वेतन के मामले में पीछे होती है। सेलिना का मानना है कि पुरुष कलाकार को इस मुद्दे पर महिलाओं का समर्थन करना चाहिए, ताकि निर्माता और निर्देशक महिलाओं को भी समान अधिकार और समान वेतन देकर महिला सशक्तिकरण की मिसाल दे।
वही सेलिना ने फिल्मों के सेट पर हो रहे महिला उत्पीड़न के बारे में बात करते हुए कहा कि ऐसा कई बार होता है, जब अभिनेत्रियों को सेट पर कई मुश्किल परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है। वह किसी को कुछ बता नहीं पाती हैं, क्योंकि काम ना चला जाए, लेकिन ऐसे समय में पुरुष कलाकार को अपनी आंखें बंद कर देने के बजाय उनकी हिम्मत बढ़ानी चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि पुरुष कलाकारों को महिलाओं का खुलकर समर्थन करना चाहिए, लेकिन आज के समय में ऐसे बहुत कम ही कलाकार होते हैं, जो महिलाओं की मदद के लिए सामने आते हैं। अभिनेत्री सेलेना ने यह भी कहा कि यह बात सिर्फ इंटरटेनमेंट इंडस्ट्री की नहीं है, ऐसे कई प्लेटफार्म है, जहां महिलाओं के साथ अन्याय होता है। वहां पर भी पुरुषों को महिलाओं का पूरा समर्थन करना चाहिए। हमें इसके लिए मिलकर आवाज उठानी होगी।