साल 2020 क्रिकेट फैंस को टीम इंडिया के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं रहा था। दोनों को ही काफी महीनों तक क्रिकेट देखना और खेलना नसीब नहीं हुआ। लेकिन जैसे ही क्रिकेट के मैदान पर टीम इंडिया ने वापसी की और 2021 की शुरुआत हुई,भारत उसी जज्बे के साथ दिखाई दिया। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्हीं के घर में 2-1 से टेस्ट सीरीज जीतने के बाद भारत जल्द इंग्लैंड के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत करने वाला है। दोनों टीमों के बीच 4 मैचों की टेस्ट श्रृंखला की शुरुआत 5 फरवरी से होगी। जहां दोनों टीमें हाल ही में मिली जीत के उत्साह को बरकरार रखते हुए अपने विजयरथ को जारी रखना चाहेगी।
यूं तो टीम इंडिया की सबसे बड़ी प्रतिद्वंदी टीमें ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान मानी जाती है लेकिन जब बात इंग्लैंड की हो तो दोनों टीमों के बीच मुकाबले दिलचस्प होते है। और जब बात भारतीय सरजमी पर खेलने की हो तो हर विपक्षी टीम के लिए टीम इंडिया एक बुरा सपना बन जाती है। 4 मैचों की इस टेस्ट सीरीज को शुरुआती दो मुकाबले चेन्नई के चेपक मैदान पर खेले जाएंगे। जहां इंग्लैंड जीत का सूखा खत्म करने के इरादे से उतरेगी तो वहीं भारत अपने घर में पिछले कुछ सालों से जारी शानदार प्रदर्शन को जारी रखना चाहेगा।
A very good morning from the MA Chidambaram Stadium where #TeamIndia will take on England in the first Test.#INDvENG pic.twitter.com/mhTHvkLmSn
— BCCI (@BCCI) February 5, 2021
क्या कहता है चेन्नई का रिकॉर्ड
चेन्नई का एमएम चिदंबरम स्टेडियम भारत के लिए काफी लकी रहा है। भले ही एक समय यहां इग्लैंड के खिलाड़ियों का दबदबा रहा लेकिन उसके बाद भारत ने इस मैदान पर खुद को हमेशा साबित किया। चेन्नई के मैदान पर टीम इंडिया को हराना किसी भी टीम के लिए हराना आसान नहीं रहता। भारत इस मैदान की परिस्थितियों से अच्छी तरह से वाक्किफ है। वहीं अगर चेन्नई के मैदान के आंकड़ों की बात करें तो दोनों टीमों के बीच यहां 9 मुकाबले हुए है। जिसमें भारत ने 5 बार और इंग्लैंड ने 3 बार जीत हासिल की है। वहीं एक मुकाबला ड्रॉ पर खत्म हुआ है।
30 साल से चेन्नई में अजय भारत
चेन्नई में अगर टीम इंडिया के प्रदर्शन की बात करें तो पिछले 30 साल में भारत इस मैदान पर इंगलैंड से कभी नहीं हारा है। इंग्लैंड ने पिछले 30 साल में इस मैदान में कभी जीत हासिल नहीं की। ऐसे में इंग्लैंड के कप्तान जो रूट के आगे पिछले 30 साल के सूखे को खत्म कर एक नए अध्याय लिखने की चुनौती होगी।
1934 में पहली बार चेन्नई में खिली थी इंग्लैंड
चेन्नई के मैदान पर इंग्लैंड की टीम पहली बार 1934 में खेली थी। जब इंग्लैंड की टीम साल 1934 में पहली बार भारत के दौरे पर आई थी तब ब्रिटिश इंडिया के कप्तान सीके नायडू थे। 3 मैचों की सीरीज का तीसरा और आखिरी टेस्ट चेन्नई में खेला गया था। हालांकि उस मुकाबले को इंग्लैंड की टीम ने 202 रनों से जीता था। इंग्लैंड ने उस दौरे पर टेस्ट सीरीज को 2-0 से अपने नाम किया था। इंग्लैंड की जीत में सिरिल वाल्टर्स ने अहम भूमिका निभाई थी। पहली पारी में 59 रन बनाने वाले वाल्टर्स ने दूसरी पारी में 102 रन बनाए थे। उन्होंने दूसरी पारी में टीम के 39 प्रतिशत रन बनाए थे।
पिछले दौरे पर क्लीन स्वीप हुई थी इंग्लैंड
इंग्लैड के लिए इस दौरे पर जीत हासिल करना इसलिए भी अहम रहेगा क्योंकि इंग्लैंड का पिछला भारतीय दौरा कुछ खास नहीं गुजरा था। इंग्लैंड की टीम साल 2016 में भारत के दौरे पर आई थी, तब टीम इंडिया ने अंग्रेजों को 4-0 से हराकर सीरीज पर कब्जा जमाया था। 2016 में चेन्नई के मैदान पर खेले गए सीरीज के आखिरी मुकाबले में टीम इंडिया के करुण नायर ने 303 रनों की शानदार पारी खेली थी।