गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में एक तरफ दंगे फसाद हो रहे थे वहीं दूसरी तरफ हमारे देश की मीडिया सड़कों पर उतर कर लोगों तक पल-पल की खबर पहुंचा रही थी। लेकिन उन्हीं सभी पत्रकारों में एक पत्रकार ऐसी भी थे जिन्होंने ऐसी खबर प्रसारित की जिसके कारण निश्चित रूप से लोगों की भावनाएं भड़क गई। इंडिया टुडे के वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने ट्विटर पर ट्वीट किया।राजदीप ने ट्विटर पर लिखा, “पुलिस फायरिंग में आईटीओ पर 45 साल के नवनीत की मौत हो गई है। किसानों ने मुझे बताया कि उसका ‘बलिदान’ व्यर्थ नहीं जाएगा।” जबकि बाद में जांच करने पर पता चला कि इस व्यक्ति की मौत ट्रैक्टर स्टंट के सामने आने के कारण हुई है ना की किसी भी पुलिस के द्वारा की गई फायरिंग में इस किसान को गोली लगी है। सीसीटीवी कैमरों के अनुसार एक किसान ट्रैक्टर से स्टंट कर रहा था और उसने जब अचानक ट्रैक्टर को मोड़ने की कोशिश की तब यह ट्रैक्टर उस किसान पर चढ़ गया जिसके कारण किसान की मृत्यु हो गई।
Rajdeep Sardesai is a known anti-India agent provocateur.
This👇video clearly establishes his crime of abetting waging of war against Government of India punishable under section 121 IPC with death or life imprisonment.@DelhiPolice @CPDelhi should book him.@HMOIndia@PMOIndia pic.twitter.com/3U8dzCzN3q— M. Nageswara Rao IPS(R) (@MNageswarRaoIPS) January 27, 2021
सूत्रों के अनुसार यह बताया जा रहा है उन पर फर्जी खबर फैलाने का भी आरोप है। प्रबंधन ने राजदीप के ट्वीट्स को ग्रुप की सोशल मीडिया पॉलिसी से अलग माना है। इसीलिए अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए उन्हें 2 हफ़्ते के लिए ऑफ़ एयर कर दिया। साथ ही 1 महीने सैलरी न देने का निर्णय लिया। वास्तव में राजदीप सरदेसाई ने जो कृत्य किया है उसे भारतीय दंड संहिता के अंतर्गत एक अपराध माना जाता है और इसके लिए राजदीप सरदेसाई को गिरफ्तार भी किया जा सकता है।