कृषि बिल कानून के खिलाफ किसानों का आंदोलन 61वें दिन भी जारी है। इसी बीच बीते दिन किसान संगठन ने दिल्ली से सटे बॉर्डर पर पत्रकारों के सामने एक युवक पेश किया था। और उन्होंने दावा किया था कि वह युवक आंदोलन को बदनाम करने का प्रयास कर रहा है। इसके साथ ही उन लोगों की हत्या की साजिश रची जा रही है, जिसके बाद उस युवक ने मीडिया से बात करते हुए इस बात का खुलासा किया कि उसे दिल्ली के थाने के एसएचओ प्रदीप कुमार ने 4 किसानों की हत्या करने के लिए बोला था। युवक ने पत्रकारों से बात करते हुए अपने बयान में यह भी बताया कि उसके 50 साथी भी हैं, जिसे खुद राई थाना के एसएचओ प्रदीप कुमार ने ट्रेनिंग दी है।
#WATCH | Delhi: Farmers at Singhu border present a person who alleges a plot to shoot four farmer leaders and cause disruption; says there were plans to cause disruption during farmers' tractor march on Jan 26. pic.twitter.com/FJzikKw2Va
— ANI (@ANI) January 22, 2021
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार युवक के बयान के बाद पुलिस ने अपनी छानबीन शुरू कर दी है, लेकिन अब इस पूरे मामले में नया खुलासा हुआ है, जिसने सभी को काफी चौका दिया है। बता दे सोशल मीडिया पर युवक का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह अपने बयान में बता रहा कि उसने इससे पहले जो भी बयान दिया था। वह किसानों के मारपीट और धमकियों के दबाव में दिया था। किसान संगठन ने उस पर दबाव बनाया कि वह पत्रकारों के सामने राई थाने के प्रभारी के बारे में झूठा बयान दें।
He is Yogesh a cook by profession who was presented by #tikait & his gang of #Khalistanis ystrdy accusing him of being a terrorist who was going to kill them .
— Ashoke Pandit (@ashokepandit) January 23, 2021
Watch ds video which exposes the entire game plan of these so called farmers to create unrest in the country .
2/n pic.twitter.com/TucsscyZju
वही हम आपको बता दें पुलिस को युवक पर उसी समय शक हो गया था। जब उसने राई थाने का प्रभारी प्रदीप कुमार को बता दिया था, क्योंकि फिलहाल राई थाने के प्रभारी प्रदीप कुमार नहीं बल्कि विवेक मलिक हैं। वहीं हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने साफ कहा, जो भी इस तरह की शर्मनाक हरकत कर रहा है। उसके बारे में पुलिस छानबीन कर रही है, इसलिए अभी कुछ बोल नहीं सकते हैं, लेकिन गुनाह साबित होने के बाद सजा जरूर दी जाएगी”। हालांकि इस घटना के बाद अब यह सवाल काफी जोरों से उठ रहा कि किसानों ने अगर ऐसा किया है, तो इसके पीछे का कारण क्या है?