क्या पाकिस्तान में हुई चीनी की कमी, चाय पीने को भी तरस जाएंगे पाकिस्तानी

आतंक को पनाह देने वाले देश में अब चीनी की कमी हो गई है। लेकिन यहां की अथॉरिटी यह बात मानने को तैयार ही नहीं है। लोगों का मानना है कि अभी भी यदि अथॉरिटी नहीं जागी तो पाकिस्तानियों को फीकी चाय पीने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।

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पाकिस्तान दुनिया का एक ऐसा देश है जो अपनी आवश्यकताओं को भी पूरा नहीं कर सकता लेकिन आतंकवाद को फैलाने के लिए पूरी ताकत लगाता है। वर्तमान में यह खबर सामने आ रही है यह पाकिस्तानियों को बिना चीनी वाली चाय पीनी पड़ेगी। यह बताया जा रहा है कि पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में चीनी की कमी हो गई है लेकिन यहां की अथॉरिटी यह बात मानने को तैयार ही नहीं है, लोगों का कहना है कि कालाबाजारी बढ़ाने के लिए ऐसी अफवाह फैलाई जा रही है। अथॉरिटी का कहना है कि हमारे पास इतनी चीनी है कि आने वाले दो-तीन महीने तक हम लोगों को मीठी चाय पिला सकते हैं।

पाकिस्‍तान अखबार द डॉन ने पंजाब के कमिश्‍नर मुहम्‍मद जैमान वातू के हवाले से लिखा है कि अभी देश में चीनी की कोई कमी नहीं है, खासतौर पर पंजाब में क्‍योंकि शुगर मिलों में 1.36 मिलियन टन स्‍टॉक जमा है। पिछले वर्ष की तुलना में इस सत्र में अच्‍छी फसल हुई है और मिलों ने अब तक 19 मिलियन टन चीनी का उत्‍पादन किया है। इस वर्ष बचे हुए सत्र के लिए करीब दोगुनी चीनी मौजूद है। इस पूरे मामले पर अधिकारियों का कहना है कि कुछ लोग ऐसी अफवाहें फैला कर देश में कालाबाजारी बढ़ाना चाहते हैं। ताकि देश के पूरे बाजार को वे लोग अपने नियंत्रण में कर सकें। पिछले साल भी पाकिस्तान में इसी तरह का अकाल देखा गया था। पिछले साल पाकिस्तान की कई प्रांतों में आटे की कमी हो गई थी, इसी कमी के चलते बहुत सारी दुकानें भी बंद हुई थी।इमरान सरकार ने तब मामले पर नजर दौड़ाई थी, लेकिन मगर प्रांतीय सरकारों ने दावा किया था कि आटे-गेहूं की कमी नहीं है और जानबूझकर यह संकट पैदा किया गया है।लेकिन उसके बावजूद भी यह बातें सामने आ रही थी कि आटे की कमी के कारण रोटी की कीमत ₹10 हो गई थी।

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