उदार चरिता नाम तू वसुधैव कुटुंबकम, सरल हृदय वालों के लिए सारा विश्व ही परिवार है। इस श्लोक के अंश को सार्थक वास्तव में केवल भारत ही कर सकता है। क्योंकि जहर पीकर अमृत देने की क्षमता केवल भारत के पास है, भारत के कई पड़ोसी देश लगातार भारत से जंग के लिए तैयार रहते हैं। लगातार भारतीय सैनिकों पर प्रहार करते रहते हैं। लेकिन यह वही भारतवर्ष है जो संकट के समय में भी अपने मित्र देशों से संबंध निभाने से पीछे नहीं हट रहा है। सूत्रों के अनुसार यह बताया गया है कि भारत अपने पड़ोसी देशों को 10 मिलियन अर्थात एक करोड़ कोरोना की वैक्सीन दान करेगा। इन देशों में श्रीलंका, भूटान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश, मालदीव जैसे देशों के नाम शामिल हैं।
हिंदुस्तान अखबार की एक रिपोर्ट बताती है भारत बायोटेक की करीब एक करोड़ वैक्सीन अफगानिस्तान, भूटान, नेपाल, लंका, मालदीप, मॉरीशस, सेशेल्स जैसे देशों को दी जा सकती हैं। भारत के द्वारा संकटकाल में की गई यह मदद निश्चित रूप से भारत को विश्व गुरु बनाने के लिए बहुत काम आएगी। बताया जा रहा है कि भूटान के प्रधानमंत्री लोटे शेरिंग ने यह ऐलान किया है कि भारत के द्वारा हमें कोरोना की वैक्सीन मुफ्त दी जाएगी। 20 जनवरी को भारत बांग्लादेश को करीब 2 मिलियन कोरोना की वैक्सीन भेजेगा। वही नेपाल को भी जनवरी में कोरोना की वैक्सीन मुक्त उपलब्ध करा दी जाएंगी।