किसानों और सरकार के बीच कृषि संशोधन कानूनों को लेकर आज एक और बैठक हुई जिसमें भी कोई नतीजा नहीं निकला। सूत्रों के अनुसार यह बताया जा रहा है कि किसानों तथा सरकार अब अगली बैठक 15 जनवरी को होगी।आज की बैठक में सरकार ने किसानों से कहा, “अब फैसला सुप्रीम कोर्ट करे तो बेहतर है। सरकार और किसानों के बीच अब तक कई दौर की वार्ता हो चुकी है, लेकिन सभी बेनतीजा रही। रास्ता न निकलते देख सरकार ने किसानों से ये बात कही। ”
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बैठक के पश्चात कहा, “आज की बैठक में कृषि कानूनों पर चर्चा हुई लेकिन कोई निर्णय नहीं हो सका। सरकार ने आग्रह किया कि यदि किसान संगठन तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने के अलावा कोई विकल्प दें तो हम इस पर विचार करेंगे, लेकिन कोई विकल्प प्रस्तुत नहीं किया जा सका। किसान नेताओं को देशहित में आंदोलन को वापस लेना चाहिए।बैठक में सरकार ने ये भी साफ कर दिया कि वो कानून वापस नहीं लेगी।”
किसान नेता राकेश टिकैत का इस बैठक के पश्चात कहना है, ” जब तक तीनों कृषि कानून वापस नहीं होते तब तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा। हम 15 जनवरी को बैठक के लिए फिर आएंगे।हम कहीं नहीं जा रहे। सरकार संशोधन चाहती है लेकिन हमारी सिर्फ एक मांग है कि सरकार तीनों कानूनों को वापस ले। “