बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत पिछले कई महीनों से अपने कानूनी पचड़ो के कारण सुर्खियों में बनी हुई है। इसी बीच कंगना मुंबई आई थी, जहां उन्हें आज पुलिस के सामने पेश होना था, क्योंकि उनके कई केसों की कारवाई चल रही है। कंगना जब अपना बयान दर्ज कराकर जब अपने घर पहुंची तो उन्होंने आज एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है, जिसमें उन्होंने अपने ऊपर हुए तमाम कानूनी कार्यवाहियों पर सवाल उठाए हैं।
Laugh at me, when I came to film industry everyone laughed at me, they laughed at my accent, my hair, my clothes, my poor english, they laughed and then …..they cried …. they are still crying ….ha ha ha laugh …. laugh louder … Go on laughing 🙂 https://t.co/YXcfiy9Quv
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) January 6, 2021
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कंगना ने वीडियो में कहा, “मैंने जब से देश के लिए बोलना शुरू किया है, तब से ही मेरे ऊपर अत्याचार किए जा रहे हैं। यहां तक कि मेरा घर तोड़ दिया गया। कोरोना के दौरान डॉक्टरों के हित में बात करने के लिए मेरी बहन के ऊपर केस हुआ था। उसमें मेरा नाम भी डाल दिया गया, जबकि उस दौरान मैं ट्विटर पर भी सक्रिय नहीं थी। मुझे आज आदेश मिला कि आपको पुलिस स्टेशन पर जाकर हाजिरी लगानी होगी। मुझे कहा गया कि मेरे साथ हो रहे इन अत्याचारों के बारे में न तो मैं किसी को बता सकती हूं और न ही कुछ कह सकती हूं। मेरा जिस तरह से शोषण किया जा रहा है, वह पूरा देश देख रहा है।”
Why am I being mentally, emotionally and now physically tortured? I need answers from this nation…. I stood for you it’s time you stand for me …Jai Hind 🙏 pic.twitter.com/qqpojZWfCx
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) January 8, 2021
हम आपको बता दे कंगना रनौत ने अपने वीडियो के कैप्शन में लिखा कि अब तक मैं आपके लिए खड़ी हो रही थी और अब समय आ गया कि आप मेरे लिए खड़े हो। बता दे पिछले दिनों कंगना पर कई तरह के केस हुए है। इसकी शुरुआत सुशांत सिंह राजपूत केस में कंगना का बेफिक्र होकर बोलना भी एक कारण है। इसके साथ ही कंगना का घर जब बीएमसी द्वारा तोड़ा गया। तब भी कंगना ने अपने खिलाफ हो रहे अत्याचारों के लिए जो आवाज उठाई थी। उसके बाद भी उन पर सोशल मीडिया पर संप्रदायिक हिंसा फैलाने का आरोप लगाया गया था। इसके साथ ही उनके ट्विटर को बंद करने की मांग भी की गई थी। हालांकि कोर्ट ने इस तरह की किसी भी मांग को खारिज कर दिया था।