नीतीश कुमार ने देखा देश के अलग-अलग प्रदेशों का हुनर, कहा, “हर संभव सहायता के लिए है तैयार”

लॉकडाउन के समय में देश के अलग-अलग प्रदेशों के लोगों ने जो कारीगरी की है।वह कारीगरी बिहार के चनपटिया बाजार समिति प्रांगण में देखने को मिली। इसे देखने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी आए और उन्होंने लोगों को हर संभव सहायता का वादा भी किया।

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चित्र साभार: ट्विटर @NitishKumar

पूरे देश में जब लॉकडाउन लगा था तब सभी यह सोच रहे थे कि यह समय कैसे समाप्त होगा?बहुत सारे लोगों ने इस समय का सदुपयोग किया और अपने अंदर के हुनर को लोगों के सामने रखने का प्रयास किया। इसी समय में अलग-अलग प्रदेशों के बुनकरों ने अपने हाथों से नए नए उत्पाद तैयार किए। जिन्हें लेकर वे अब अलग-अलग प्रदेशों में जा रहे हैं। ऐसे ही कुछ उत्पाद बिहार के चनपटिया बाजार समिति प्रांगण में देखने को मिले,इसे देखने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी आये।लॉकडाउन की अवधि में नोएडा, सूरत, लुधियाना, अमृतसर और जैतपुर (गुजरात) से आये हुनरमंद लोगों द्वारा बनाये जा रहे उत्पादों को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने देखा।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस मौके पर कहा, “यहां पर बहुत लोगों ने उद्योग लगाने की इच्छा जतायी है।हमलोग हर तरह से सहयोग करेंगे।पश्चिम चंपारण में ठीक ढंग से काम शुरू हो गया है।इन लोगों को जो भी आवश्यकता होगी, उसको पूरा किया जायेगा।नयी औद्योगिक नीति में यह प्रावधान किया गया है कि उद्योग शुरू करने के लिए जिनको भी जगह की आवश्यकता होगी, उनको सरकार जगह उपलब्ध करायेगी।जगह उपलब्ध कराने के बाद उसको ठीक ढंग से विकसित किया जायेगा, ताकि जल्द काम शुरू किया जा सके।इससे स्थानीय लोगों को भी रोजगार मिलेगा।”मुख्यमंत्री ने इस मौके पर किस तरह से ये उत्पाद बनाए जाते हैं? इसकी जानकारी ली और अधिक से अधिक लोगों को यह कार्य सिखाने का निवेदन भी किया।

मुख्यमंत्री ने कहा, “यहां निर्माण कार्य में नयी टेक्नोलाजी का प्रयोग किया जा रहा है। यहां की तरह ही सभी जिलों में काम किया जायेगा।कई जिलों में काम शुरू भी हुआ है। उद्योग लगाने वालों को सरकार मदद दे रही है। बाहर से सामान मंगवाने और यहां के माल को बाहर भेजने में भी सरकार सहयोग करेगी। इसको लेकर सारी बातें हो चुकी हैं। हम लोगों का मकसद है कि बिहार में रोजगार के अवसर तेजी से पैदा किये जाएं। पहले से ही हमारी सरकार कीे कोशिश रही है कि बिहार में उद्योगों को बढ़ावा मिले।”

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