भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 4 मैचों की टेस्ट सीरीज का दूसरा मुकाबला मेलबर्न के मैदान पर खेला गया है। एक तरफ भारतीय टीम थी जिसे मेजबान टीम ने एडिलेड में खेले गए पहले टेस्ट मुकाबले में बुरी तरह से चोट पहुंचाई थी तो दूसरी तरफ कंगारू टीम थी जिसके इरादे मकुबाले से पहले दिए गए बयानों से साफ नजर आ रहे थे। लेकिन मेलबर्न टेस्ट में भारतीय टीम का वो रूप देखने को मिला जिसका इंतजार फैंस पिछले काफी समय से कर रहे थे। भरत ने ऑस्ट्रेलिया को दूसरे टेस्ट में 8 विकेट से हराकर एडिलेड टेस्ट में मिली शर्मनाक हार का बदला तो लिया ही, साथ ही 4 मैचों की इस टेस्ट सीरीज में 1-1 की बराबरी कर सीरीज जीतने की उम्मीदों को एक बार फिर जिंदा कर दिया है।
A victory to savour 👏👏#TeamIndia pic.twitter.com/x1VlUe0iaC
— BCCI (@BCCI) December 29, 2020
वहीं अगर मेलबर्न के मैदान पर खेले गए दूसरे टेस्ट की बात करें तो पहले ही दिन से टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया पर भारी रही। टॉस जीतकर ऑस्ट्रेलिया ने भारत को पहले गेंदबाजी करने का न्योता दिया। पहले बल्लेबाजी करने मैदान पर उतरी ऑस्ट्रेलिया पहली पारी में 195 रन ही बना सकी। भारत की ओर से पहली पारी में बुमराह ने 4, अश्विन 3, सिराज 1 और जडेजा 1 विकेट लेने में कामयाब रहे। इसके बाद बल्लेबाजी करने आई भारतीय टीम ने अजिंक्य रहाणे की शतकीय पारी की बदौलत पहली पारी में 326 रनों का स्कोर खड़ा कर दिया।
ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी 200 रनों पर सिमट गई जिसके चलते भारत को ये मैच जीतने के लिए 70 रनों का आसान का लक्ष्य मिला। जिसे टीम इंडिया ने 8 विकेट रहते हासिल कर लिया। पहले टेस्ट में महज 36 रन पर भारतीय पारी निपटने के बाद दुनियाभर के दिग्गजों ने श्रृंखला में टीम इंडिया के 0-4 से हारने की भविष्यवाणी की थी। लेकिन भारतीय टीम हर क्षेत्र में इस बार खुद को तैयार करके आई थी। यूं तो मेलबर्न के मैदान पर मिली टीम इंडिया को मिली इस जीत में कई कारण रहे। लेकिन हम आपको उन 3 कारणों के बारे में बताने जे रहें जिसकी बदौलत टीम इंडिया ने इस मुकाबले को आसानी से जीत लिया।
अजिंक्य रहाणे
टीम इंडिया को मिली जीत और ऑस्ट्रेलिया को मिली शर्मनाक हार के बीच अगर कोई सबसे बड़ा कारण था तो वो थे टीम इंडिया के कप्तान अजिंक्य रहाणे। रहाणे भारतीय टीम को मिली इस जीत का सबसे बड़ा कारण रहे। विराट कोहली की गैरमौजूदगी में रहाणे ने टीम को पूरी तरह से फ्रंट पर आकर लीड किया। कप्तानी के माले में तो रहाणे कोहली से भी कई आगे दिखाई दिए। फील्ड प्लेसमेंट, गेंदबाजी में बदलाव, खिलाड़ियों पर भरोसा दिखाना, हर जगह रहाणे ने खुद का लोहा मनवाया। इसके अलावा पहली पारी में खेली गई 112 रनों की पारी इस मैच का सबसे बड़ा टर्निंग प्वाईंट साबित हुई।
फील्डिंग में दिखा पुराना जलवा
एडिलेड के मैदान पर टीम इंडिया को मिली हार का एक कारण खराब क्षेत्ररक्षण रहा था। लेकिन दूसरे टेस्ट में भारतीय टीम ने अपनी गलती से सीख ली और शानदार फील्डिंग की। कप्तान रहाणे, शुभमन गिल, मयंक अग्रवाल, रविंद्र जडेजा और रिषभ पंत ने कई शानदार कैच लपके। इसके अलावा फील्ड पर इस बार भारतीय खिलाड़ियों की आक्रमकता में भी काफी बदलाव देखने को मिला।
सिराज और गिल का ड्रीम डेब्यू
अपने टेस्ट करियर का पहला मैच खेल रहे मोहम्मद सिराज और शुभमन गिल का योगदन भी इस मुकाबले में काफी अहम रहा। दोनों ने ही अपना रोल बाखूबी तरह से निभाया। मोहम्मद शमी और फिर उमेश यादव के बीच मैच से बाहर होने के बाद सिराज ने शानदार गेंदबाजी की। सिराज ने पहली पारी में 2 जबकि दूसरी पारी में 3 विकेट हासिल किए। वहीं अगर गिल की बात करें तो उन्होनें भी पहली पारी में 45 और दूसरी पारी में 35 रनों की नाबाद पारी खेल कर टीम को अच्छी शुरुआत दिलाई। दोनों का ड्रीम डेब्यू बाकी बचे 2 मैचों के लिए काफी अहम साबित हो सकता है।