उत्तर प्रदेश में किसान आंदोलन के चलते विपक्षी दल माहौल को गरमाने में प्रयासरत है, लेकिन इस पूरे मसले पर योगी सरकार भी सतर्क होती जा रही है। किसानों की समस्या को जानने व समझने के लिए योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश के किसान आंदोलन तपिश भापने के लिए उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को जिलों में नोडल अधिकारी बना कर भेजा है। रविवार को रवाना हुए यह पुलिस अधिकारी 3 दिन में रिपोर्ट तैयार करेंगे कि किसान आंदोलन का किस गांव में क्या असर है।
साथ ही कोरोना वायरस के संक्रमण की स्थिति को परखने के साथ ही सरकार की योजनाओं की जमीनी समीक्षा के लिए गत दिवस मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नोडल अधिकारी बनाए गए प्रशासनिक अधिकारियों को जिलों में जाने कर निर्देश दिया। इसी तरह गृह विभाग ने भी पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को नोडल अधिकारी के रूप में जिलों का जिम्मा सौंपकर भेजा है। मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने इस संबंध में विस्तृत दिशा-निर्देश भी जारी किए है। मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी कहा है कि रविवार को सभी अधिकारी जिला मुख्यालयों पर पहुंच जाएं।
सोमवार सुबह से काम शुरू कर मंगलवार शाम तक लखनऊ आकर रिपोर्ट की प्रस्तुति करें। डीआइजी से एडीजी स्तर के इन अधिकारियों से कहा गया है कि डीएम, एसएसपी-एसपी का जिले के किसान संगठनों से संवाद कराएं। उनकी समस्याओं का वहीं समाधान कर गांव-कस्बे में ही रोकने की योजना को बनाएं। पुलिस-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों को जिले के प्रमुख किसान नेताओं की सूची तैयार कर उनसे बातचीत करनी होगी।