किसान लगातार केंद्र सरकार के नए कृषि कानून के खिलाफ दिल्ली से सटे हुए बॉर्डरो पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं और आज उन्होंने भूख हड़ताल पर बैठने का फैसला किया है। इसके साथ ही कुछ खबरों की मानें तो किसानों के 10 संगठन जो केरल, बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा, तेलंगाना और तमिलनाडु जैसे राज्यों से आते हैं, उन्होंने आज कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर से मुलाकात की है।
बता दे केंद्र सरकार नए कृषि बिल कानून पर संशोधन करना चाहती है, लेकिन किसान भी अपने बातों पर अड़े हुए हैं कि केंद्र को नए कृषि बिल कानून वापस लेना होगा, तभी वो अपना धरना प्रदर्शन खत्म करने वाले हैं। हालांकि किसानों और केंद्र सरकार के बीच में लगातार कई बार वार्ता हो चुकी है, लेकिन परिणाम अभी तक नहीं निकला है।
वहीं दूसरी ओर बीजेपी लगातार विपक्ष पर यह आरोप लगा रही कि विपक्षी पार्टी किसानों के आंदोलन को हथियार बनाकर बीजेपी के खिलाफ राजनीति कर रही है। बता दे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कल किसान आंदोलन के बारे में बात करते हुए कहा, “हमारी सरकार ने नए कृषि कानून में किसानों के हित में कई नए निर्णय लिए हैं। हम किसानों भाइयों के साथ बातचीत करने के लिए तैयार है, लेकिन विपक्ष लगातार इस पर राजनीति कर रहा है।”
हम आपको बता दें किसान आंदोलन पर बीजेपी के महासचिव अरुण सिंह ने दावा किया कि देश के 99% किसान भाई बीजेपी के नए कृषि बिल कानून के साथ है, लेकिन कांग्रेस किसानों के बीच में राजनीति करके अपनी रोटियां सेक रहा है। वहीं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी किसान आंदोलन पर बात करते हुए कहा कि सिंघु बॉर्डर पर जो भी किसान धरने पर बैठे हैं। वो भी हमारे भाई हैं। हम उनसे बातचीत करने के लिए तैयार है, लेकिन कांग्रेस लगातार राजनीति कर रहा है।किसान आंदोलन के बीच कृषि बिल के समर्थन में आए 10 किसान संगठन, नरेंद्र तोमर की से मुलाकात!