पूरे दिन भारत बंद के बाद मंगलवार शाम को भारत के गृह मंत्री अमित शाह और कई किसान संगठन के प्रतिनिधियों के बीच एक बैठक हुई।यह बैठक करीब 2 घंटे चली। हालांकि अभी तक यह बताया जा रहा है कि इस बैठक से कोई ठोस परिणाम नहीं निकला है।बैठक खत्म होने के बाद अखिल भारतीय किसान सभा के महासचिव हन्नान मोल्लाह ने कहा कि बुधवार को सरकार और किसानों के बीच अब कोई बैठक नहीं होने जा रही।न्यूज एजेंसी ANI से बात करते हुए हन्नान मोल्लाह ने कहा कि मंत्री ने कहा है बुधवार को किसान नेताओं को एक प्रस्ताव दिया जाएगा।किसान नेता सरकार के प्रस्ताव पर बैठक करेंगे। किसानों को इस बैठक के लिए पहले 7:00 बजे का समय दिया गया था और उसके पश्चात यह बैठक करीब 9:00 बजे प्रारंभ हुई।
आज किसानों तथा अन्य राजनीतिक दलों के द्वारा बुलाया गया भारत बंद सफल नहीं हुआ।भारत के बहुत सारे इलाके आज पहले की तरह खुले रहे बाजारों में भी किसी तरह का गतिरोध देखने को नहीं मिला। यह बताया जा रहा है इस मीटिंग में किसानों ने कृषि संशोधन कानूनों को वापस लेने की मांग दोहराई थी वहीं केंद्र सरकार ने कहा कि हम कानूनों में संशोधन करने के लिए तैयार हैं लेकिन कानून को वापस नहीं लिया जा सकता।मंगलवार की सुबह में अमित शाह की तरफ से भेजा गया प्रस्ताव भारत बंद के बीच आया, जब किसानों ने बंद के आह्वान के बीच ट्रैफिक, दुकानें, कई सेवाओं को ठप कर दिया। शाह ने सिंघू, टिकरी और ग़ाज़ीपुर बॉर्डर पर बैठे किसान नेताओं को बैठक में बुलाया। इससे पहले भी केंद्र सरकार के मंत्रियों के साथ किसान संगठनों की लगभग 5 बैठक हो चुकी हैं जो बेनतीजा रहीं।