अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट अपना फैसला सुना चुका है। जल्द रामजन्मभूमि पर भव्य मंदिर का निर्माण होगा। पिछले कई दशकों के इस विवादित मुद्दे का हल संवैधानिक तरीके से निकला लेकिन मुस्लिम पक्ष अभी भी उच्च न्यायालय के फैसले से खुश नहीं है। मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड जल्द कोर्ट के फैसले के खिलाफ रिव्यू पेटिशन दायर करने वाला है। वहीं दूसरी ओर एआईएमआईएम के चीफ असदुद्दीन ओवैसी के भाई अकबरुद्दीन ओवैसी ने अयोध्या मामले पर भड़काऊ भाषण देना शुरू कर दिया है। सोशल मीडिया पर पिछले कुछ दिनों से एक वीडियो वायरल हो रही है। इस वीडियो में अकबरुद्दीन ओवैसी कहते हुए नज़र आ रहे हैं ‘यह एक हकीकत है, चाहे वहां कुछ भी बने। वहां मस्जिद थी, है और रहेगी।‘
उन्होंने आगे ‘कहा हमें न्याय पर भरोसा है। यह विश्वास हमें पुनर्विचार याचिका दायर करने के लिए कह रहा है। हमें इस देश के संविधान पर भरोसा है। 1992 में बाबरी मस्जिद ढहाने के लिए जिम्मेदार लोगों को कब सजा मिलेगी। हमें अपने देश की अदालत पर भरोसा है। इसलिए हम पुनर्विचार याचिका दायर कर रहे हैं। इसे किसी गलत ढंग से नहीं देखा जाना चाहिए।’
अकबरुद्दीन ओवैसी के इस बयान के बाद यूजर्स उन्हें जमकर ट्रोल कर रहे हैं। एक यूजर ने ट्विटर पर लिखा वोट बैंक की राजनीति बंद हो गई इनकी। तभी इस तरह के भड़काऊ भाषण दे रहे हैं। जबकि एक अन्य यूजर ने लिखा हिन्दू अगर हिंदुत्व की बात करता है तो वो कम्यूनल कहलाता है लेकिन अगर मुस्लिम अपने धर्म की बात करता है तो वो सेक्युलर कैसे?