ईरान के शीर्ष परमाणु वैज्ञानिक मोहसीन फखरीजादेह की हत्या कर दी गयी है। ईरान के रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। एक रिपोर्ट के मुताबिक ईरान के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि दामावंद काउंटी के अबसार्द शहर में आधुनिक हथियारों से लैस आतंकवादियों ने वरिष्ठ परमाणु वैज्ञानिक मोहसीन फखरीजादेह की कार को निशाना बनाकर हमला किया।
फखरीजादेह के अंगरक्षकों और आतंकवादियों के बीच गोलियां चलीं जिसमें दिग्गज वैज्ञानिक गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद डॉक्टरों की टीम उन्हें बचा नहीं सकी। दिग्गज परमाणु वैज्ञानिक मोहसीन फखरीजादेह ईरान के रक्षा मंत्रालय के अनुसंधान एवं नवाचार केन्द्र के प्रमुख थे।
परमाणु वैज्ञानिक के हत्या से बौखलाया ईरान
ईरान के गुप्त परमाणु बम कार्यक्रम के अगुआ शीर्ष वैज्ञानिक मोहसिन फखरीजादेह की शुक्रवार को तेहरान के निकट घात लगाकर हत्या कर दी गई। इस घटना से तमतमाए ईरान के सुप्रीम नेता अयातुल्ला अली खामनेई के सैन्य सलाहकार और कमांडर होसैन देहघान ने फखरीजादेह के हत्यारों पर कहर बरपाने की धमकी दी है।
ईरान ने हत्या में इजराइल का हाथ होने का जताया शक
वहीं, ईरान के विदेश मंत्री मुहम्मद जावद जरीफ ने एक ट्वीट में हत्या में इजराइल का हाथ होने का शक जताया है। हालांकि, इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय तथा अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन ने हमले पर कोई टिप्पणी नहीं की है।
Terrorists murdered an eminent Iranian scientist today. This cowardice—with serious indications of Israeli role—shows desperate warmongering of perpetrators
Iran calls on int'l community—and especially EU—to end their shameful double standards & condemn this act of state terror.
— Javad Zarif (@JZarif) November 27, 2020
बता दे कि, परमाणु वैज्ञानिक ने ईरान के ‘अमाद’ या ‘होप’ कार्यक्रम की अगुआई की थी। अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी का कहना है कि ‘अमाद’ कार्यक्रम पूरा हो चुका है और उसके निरीक्षक ईरानी परमाणु ठिकानों की निगरानी कर रहे हैं। इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने 2018 में कहा था कि ईरान अभी भी परमाणु हथियार बनाने की दिशा में काम कर रहा है, क्योंकि परमाणु वैज्ञानिक ईरानी रक्षा मंत्रालय के साथ स्पेशल प्रोजेक्ट पर काम पर रहे हैं। उन्होंने उस समय यह भी कहा था कि फखरीजादेह का नाम याद रखें।
आपको बता दे कि, शुक्रवार को परमाणु वैज्ञानिक पर हमले की खबर आने से पहले एक इजराइली अधिकारी ने कहा था कि इजराइल ईरान से निपटने के लिए अरब देशों से चर्चा कर रहा है। उल्लेखनीय है कि, इसके पहले 12 जनवरी, 2010 में भी एक परमाणु वैज्ञानिक मसूद अली मुहम्मदी की रिमोट बम से हत्या कर दी गई थी।