फुटबॉल की दुनिया में जब कभी सबसे महानतम खिलाड़ियों का नाम लिया जाएगा तो उसमें डिएगो मैराडोना का नाम हमेशा शामिल रहेगा। अर्जेंटीना के डिएगो मैराडोना ने बुधवार को अंतिम सांस ली। फुटबॉल के महान प्लेयर्स में से एक डिएगो मैराडोना का 60 साल की उम्र में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। मैराडोना का करियर काफी शानदार रहा। उन्होंने अपने फैंस को कई ऐसे यादगार लम्हे दिए जो सालों बाद भी उनके देश और फैंस के दिलों में हमेशा जिंदा रहेंगे। मैराडोना का जन्म भले ही एक गरीब परिवार में हुआ हो लेकिन अपनी काबिलियत और फुटबॉल के प्रति जज़्बे से उन्होंने हर वह मुकाम और शोहरत हासिल की जिसकी कल्पना एक खिलाड़ी अपने सपने में भी नहीं कर सकता।
मैराडोना ने 1986 में अर्जेंटीना को फीफा वर्ल्ड कप जिताने में अहम भूमिका अदा की थी। उनका नाम आज भी फीफा वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा 16 मैच में कप्तानी करने का रिकॉर्ड दर्ज है। उन्होंने 1982 से 1994 तक अर्जेंटीना की कमान संभाली थी। मैराडोना को गोल्डन बॉय के नाम से भी जाना जाता है। फैंस उन्हें गॉड ऑफ हैंड के नाम से हमेशा याद रखेंगे। जिसे गोल ऑफ द सेंचुरी नाम भी दिया गया।
लानुस में जन्मे मैराडोना
मैराडोना का का जन्म एक बेहद गरीब परिवार में हुआ था। ब्यूनस आयर्स की झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले मैराडोना को 3 साल की उम्र में पहली बार फुटबॉल के प्रति लगाव हुआ। तब उनके भाई ने मैराडोना को एक फुटबॉल गिफ्ट की थी। जिसे मैराडोना ने 6 महीने तक अपनी शर्ट के भीतर रखा और उसी के साथ सोए। यहीं से फुटबॉल के प्रति माराडोना का लगाव बढ़ता चला गया।
क्लब फुटबॉल के साथ शुरू किया करियर
मैराडोना ने अपने फुटबॉल करियर की शुरुआत क्लब के साथ खेल कर की। 10 साल की उम्र में मैराडोना रोजा एस्ट्रेलॉ क्लब के लिए खेलते थे। इसी क्लब ने उन्हें अर्जेंटीना की जूनियर फुटबॉल में जगह दिलाई। 15 साल की उम्र में मैराडोना ने अर्जेंटीना के लिए जूनियर प्रोफेशनल करियर की शुरुआत की। 1982 में उन्होंने बोका जूनियर्स के लिए पहला गोल्ड मैडल जीता।
फेमस ‘हैंड ऑफ गॉड’
मैराडोना ने करियर में यूं तो कई यादगार गोल किये लेकिन 1986 विश्व कप के दौरान हैंड ऑफ गॉड उनके करियर का सबसे यादगार गोल है। मैराडोना ने 1986 फीफा विश्व के क्वार्टरफाइनल मुकाबले में इंग्लैंड के खिलाफ 2 गोल दागे थे। इन्ही में से एक गोल को हैंड ऑफ गॉड कहा जाता है। ये गोल काफी विवादित रहा था लेकिन इसी गोल की बदौलत अर्जेंटीना ने इंग्लैंड को टूर्नामेंट से बाहर कर विश्व कप का खिताब जीता था।
मैराडोना का शानदार करियर
मैराडोना का करियर काफी शानदार रहा। उनके नाम फुटबॉल की दुनिया मे कई रिकॉर्ड दर्ज हुए। 1986 विश्व कप में मैराडोना को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया था।मैराडोना की कप्तानी में अर्जेंटीना ने 1986 वर्ल्ड कप फाइनल में जर्मनी को 3-2 से शिकस्त दी थी। उस फाइनल मुकाबले में मैराडोना ने शानदार 2 गोल किये थे। ओवरऑल मैराडोना ने अर्जेंटीना की ओर से 4 वर्ल्ड कप में 21 मैच खेले हैं, जिसमें 8 गोल दागे और 8 गोल असिस्ट किए। मैराडोना ने अपने पूरे करियर में कुल 312 गोल किए। इंटरनेशनल करियर में उनके नाम 91 मैचों में 34 गोल रहे।
क्लब फुटबॉल की बात करें तो मैराडोना बार्सिलोना, नेपोली, सेविला, नेवेल्स ओल्ड ब्यूऑयज और बोका जूनियर्स जैसे क्लब से खेल चुके हैं। बार्सिलोना से खेलते हुए उन्होंने 36 मैच में 22 और नेपोली के लिए 188 मैच में 81 गोल किए। इसके अलावा मैराडोना ने करियर में 11 टूर्नामेंट्स जीते हैं। इसमें 1 वर्ल्ड कप खिताब, एक UEFA कप खिताब, एक नेशंस लीग, एक FIFA वर्ल्ड यूथ चैम्पियनशिप और 5 नेशनल कप जीते हैं। मैराडोना का नाम उन चुनिंदा खिलाड़ियों में शामिल है जिन्हें प्लेयर ऑफ द सेंचुरी से नवाजा गया हो। मैराडोना एक बार वर्ल्ड कप गोल्डन बॉल और 6 बार नेशनल लीग टॉप स्कोरर का खिताब भी जीत चुके है।
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