नगरोटा में आतंकियों की मंशा को कुचलने के बाद अब भारत पूरी कोशिश के साथ पाकिस्तान के नापाक हरकत को पूरी दुनिया के सामने लाने में जुट गया है। नगरोटा हमले में मारे गये आतंकियों से भारतीय खुफिया एजेंसियों को जो सबूत मिला है उसे दुनिया के तमाम देशों के सामने लाया जा रहा है।
विदेश सचिव हर्ष श्रृंगला ने रूस, अमेरिका, ब्रिटेन व फ्रांस के राजदूतों को बुला कर दी जानकारी। सोमवार को उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के चार स्थाई सदस्यों के नई दिल्ली स्थित राजदूतों को नगरोटा हमले की साजिश से जुड़ी जानकारी मुहैया कराई। हालांकि, चीन के राजदूत को इस संबंध में कोई जानकारी नहीं दिया गया।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, मारे गये आतंकियों की पूरी तैयारी भारत में फरवरी, 2019 में किये गये पुलवामा हमले की तरह ही एक बड़ा आतंकी हमला करने की थी। कहा जा रहा है कि, इस हमले से आतंकी एक तो केंद्र शासित प्रदेश जम्मू व कश्मीर में चल रहे लोकतांत्रिक प्रक्रिया को धवस्त करना चाहते थे दूसरा वर्ष 2008 के मुंबई हमले की बरसी पर संदेश भी देना चाहते थे।
दूसरे देशों के राजदूतों व उच्चायुक्तों को भी दी गई ब्रीफिंग के दौरान यह भी बताया जा रहा है कि इस तरह के आतंकी हमले के सफल होने के कैसे गंभीर परिणाम हो सकते हैं और कैसे पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय समुदाय के समक्ष किये गये अपने वादे से मुकर रहा है और सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है। आपको बता दे कि, पिछले गुरुवार को भारतीय सुरक्षा बलों ने नगरोटा में चार आतंकियों को मार गिराया था।