IPL से धोनी की बादशाहत खत्म? पहली बार प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हुई चेन्नई सुपर किंग्स

चेन्नई सुपर किंग्स आईपीएल 13 के प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो गयी। आईपीएल के इतिहास में ऐसा पहली बार होगा जब 3 बार की खिताबी विजेता चेन्नई सुपर किंग्स आईपीएल के प्लेऑफ में खेलती नजर नहीं आएगी।

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चित्र साभार: ट्विटर @rajasthanroyals

इंडियन प्रीमियर लीग यानि आईपीएल अगर आज विश्व की सबसे बड़ी और सफल टी-20 लीग में गिनी जाती है उसमें कुछ खिलाड़ियों और टीमों का सबसे बड़ा योगदान रहा है। इन टीमों ने पिछले 13 सालों में आईपीएल की बादशाहत को कायम रखने में अहम भूमिका निभाई। महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई वाली चेन्नई सुपर किंग्स का नाम इन टीमों में सबसे ऊपर है। इस टूर्नामेंट की सबसे सफल टीम चेन्नई सुपर किंग्स वो टीम है जिसकी तारीफ अन्य 7 टीमें भी करती नहीं थकती थी। 3 बार की चैंपियन चेन्नई हर साल खिताब की प्रबल दावेदार के तौर पर पहले स्थान पर रहती है। इस बात को हमेशा माना जाता रहा है कि आईपीएल के प्लेऑफ में खेलने के लिए 8 नहीं बल्कि 7 ही टीमों के बीच टक्कर होती है क्योंकि चेन्नई सुपरकिंग्स (Chennai Super Kings) की एंट्री उसमें पक्की होती है।

लेकिन इस बार की तस्वीर कुछ और रही है। इस साल मानो धोनी और चेन्नई के लिए सब कुछ बदल गया हो। शायद ही चेन्नई के फैंस ने सोचा होगा कि 2020 में चेन्नई को प्लेऑफ की दौड़ से बाहर होते भी देखना पड़ेगा। जी हां, चेन्नई सुपर किंग्स आईपीएल 13 की खिताबी दौड़ से बाहर हो गयी है। हालांकि चेन्नई के अभी 2 मुकाबले बाकी हैं लेकिन इन दोनों मुकाबलों को जीत कर भी धोनी प्लेऑफ में नहीं पहुंच पाएंगे। आईपीएल के इतिहास में ऐसा पहली बार होने जा रहा है जब प्लेऑफ में धोनी की चेन्नई सुपर किंग्स खेलती नजर नहीं आएगी।

राजस्थान की जीत के साथ टूटा धोनी का सपना

रविवार को मुंबई इंडियंस और राजस्थान रॉयल के बीच आईपीएल 13 का 45वां मुकाबला खेला गया। इस मुकाबले से ठीक पहले चेन्नई ने बैंगलोर को हराकर अपनी प्लेऑफ की उम्मीदों को ज़िंदा रखा था। लेकिन चेन्नई का ये सपना राजस्थान ने मुंबई को 8 विकेट से हराकर तोड़ दिया। जैसे ही राजस्थान रॉयल्स ने मुंबई इंडियंस को मात दी, चेन्नई सुपरकिंग्स पहली बार आईपीएल के प्लेऑफ की रेस से बाहर हो गई। वहीं अब राजस्थान की प्लेऑफ में पहुंचने की उम्मीद एक बार फिर कायम हो गयी है।

क्या कहता है समीकरण

रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ जीत हासिल के साथ धोनी की टीम के 8 अंक हो गए हैं। लेकिन फिलहाल वह अंक तालिका में आखिरी स्थान पर है। अब अगर वो अपने बचे हुए दो मैच भी जीत जाती है तो भी उसके 12 अंक होंगे। चेन्नई के अलावा मुंबई, दिल्ली और बैंगलोर के 14 अंक हैं। तीनो ही टीमों को प्लेऑफ में जाने के लिए एक ही मुकाबला जीतना है। वहीं दूसरी तरफ कोलकाता, पंजाब, राजस्थान और सनराजर्स हैदराबाद की टीमें जिनका एक दूसरे से ही मुकाबला होने वाला है और इनके चेन्नई से ज्यादा या बराबर अंक हैं। ऐसे में प्लेऑफ में पहुंचने वाली चौथी टीम इनमें से ही एक होगी।

IPL में चेन्नई का सफल

साल 2008 के पहले सीजन में चेन्नई फाइनल तक पहुंची थी। लेकिन राजस्थान की टीम ने उस साल ट्रॉफी उठायी थी। 2009 में चेन्नई की टीम सेमीफाइनल तक पहुंची। इसके बाद चेन्नई ने 2010 में अपना पहला आईपीएल खिताब जीता। 2011 में भी धोनी की टीम ने लगातार दूसरी बार चैंपियन बनी। 2012 और 2013 में चेन्नई ने लगातार फाइनल में जगह बनाई। इसके बाद 2014 में चेन्नई की टीम एलिमिनेटर में बाहर हुई और 2015 में चेन्नई सुपरकिंग्स एक बार फिर रनरअप रही। 2016 और 2017 में बैन झेलने के बाद चेन्नई ने 2018 में फिर आईपीएल की ट्रॉफी अपने नाम की। 2018 के बाद 2019 में चेन्नई की टीम एक बार फिर फाइनल तक पहुंची और मुंबई से खिताबी मुकाबला हार गई।

IPL से खत्म हुई धोनी की बादशाहत?

चेन्नई सुपर किंग्स आईपीएल की सबसे सफल और मजबूत टीम है। ये बात सच है कि एक सीजन इस टीम की सफलता को बयां नहीं कर सकता लेकिन ये भी सच है कि इस बार फ्रेंचाइज़ी से काफी गलतियां भी हुई हैं जो अगले साल मैनेजमेंट के सामने जरूर होंगी। इस साल आईपीएल के खिताबी दौड़ से बाहर होने के साथ ही आईपीएल से धोनी की बादशाहत खत्म होती नजर आ रही है। क्योंकि इस साल के प्रदर्शन को देखते हुए अगले सीजन में चेन्नई की टीम युवाओं पर ज्यादा निर्भर रहेगी। जिसके चलते अगले सीजन में धोनी को कप्तानी से भी पीछे हटना पड़ सकता है।

Image Source: Tweeted by @ChennaiIPL

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