डेटा प्रोटेक्शन बिल पर बनी संसद की संयुक्त समिति ने शुक्रवार को लगभग 2 घंटे फेसबुक इंडिया की पब्लिक पॉलिसी हेड अंखी दास से पूछताछ की।समिति ने फेसबुक से सवाल किया कि आमदनी का कितना हिस्सा वो देश में डेटा सुरक्षा पर इस्तेमाल करती है।
इतना ही नहीं सुरक्षा के मामले की गम्भीरता को समझते हुए करीब 2 घंटे की इस बैठक में सुरक्षा से जूडें अन्य आयामों को लेकर चर्चा हुई।
संसदीय समिति के सामने हुई फेसबुक की पेशी में कड़े सवाल पूछे गए जानकारी दी गई है फेसबुक के अफसरों से कंपनी के राजस्व, लाभ और देश में कर के भुगतान को लेकर सवाल जवाब किए गए। यह भी पूछा गया कि वह अपनी कमाई का सिक्योरिटी के लिए कितना ख़र्चा करते हैं ।
पेशी के बाद फेसबुक ने शुक्रवार को कहा कि देश में अपनाए जा रहे डेटा सुरक्षा कानून में भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था और वैश्विक डिजिटल व्यापार को गति देने की क्षमता है।
कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि, ‘निजी डेटा सुरक्षा विधेयक पर संयुक्त समिति के सदस्यों के साथ डेटा विनियम के मुद्दों पर चर्चा करने का अवसर मिलने से हम गौरवान्वित हैं।हमें भरोसा है कि देश के डेटा सुरक्षा कानून में देश की डिजिटल अर्थव्यवस्था और वैश्विक डिजिटल व्यापार को गति देने की क्षमता है. हम सरकार के इस प्रयास में पूरा सहयोग देंगे’। इसके साथ फेसबुक से उसके राजस्व, लाभ और देश में कर के भुगतान को लेकर सवाल जवाब किए।