फिल्मी जगत या यूं कहें कि सितारों की वह दुनिया जिसका आशियाना देखकर बाहरी दुनिया के लोग अपने सपने संजोते हैं। फिल्मी दुनिया में काम करने वाले सितारे अपने फैंस के लिए किसी भगवान से कम नहीं होते लेकिन अब समय और दौर दोनों ही पूरी तरह से बदल चुके हैं। मनोरंजन, आर्ट और कल्चर का गढ़ माने जाने वाला बॉलीवुड अब एक ऐसे विवाद को लेकर चर्चा में है जिसने इस इंडस्ट्री के दूसरे पहलू को भी लोगों के सामने लाकर खड़ा कर दिया है। जिन फिल्मी सितारों को युवा अपना रोल मॉडल मानते हैं वह ऐसी आदतों (Drugs) का शिकार होते हैं जिसकी कल्पना करना भी सभ्य समाज के लिए सबसे बड़ा कलंक है।
4 महीने पहले बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत का रहस्य भले ही अभी किसी निष्कर्ष पर ना पहुंचा हो लेकिन इस पड़ताल में बॉलीवुड इंडस्ट्री में नशे की लत की पोल पूरी तरह से खोल कर रख दी है। पूरी बॉलीवुड इंडस्ट्री आज नशे में लिप्त है जिसका असर कहीं ना कहीं सीधे तौर पर समाज के लोगों पर भी पड़ रहा है। ड्रग्स, सिगरेट, गांजा, शराब और अन्य कई तरह के नशे में चूर बॉलीवुड (Drugs Bollywood) सितारे अन्य युवाओं को इस बात पर यकीन करने पर मजबूर कर रहे हैं कि अगर फिल्मी दुनिया में कदम रखना है तो नशे में लिप्त होना हर किसी के लिए जरूरी है।
आज से पहले पंजाब को नशे का गढ़ माना जाता था लेकिन पंजाब से बाहर निकल कर देखा तो आज लगभग हर राज्य नशे की भयानक चपेट में हैं। नशे का संदर्भ शराब आदि प्रचलित साजोसामान से नहीं, बल्कि गांजा, हेरोइन, अफीम, चरस और रसायनों की जटिल प्रक्रियाओं से बने कई तीखे मिश्रणों से है, जिनका प्रचलन युवाओं में तेजी से बढ़ा है। जिसका सीधा कनेक्शन बॉलीवुड इंडस्ट्री से जोड़ कर देखा जाए तो कोई गलत नहीं होगा। क्योंकि ये सच है कि बॉलीवुड सितारों ने कई तरह के नशों को भारत में बढ़ावा देने का काम किया है।
फिर सामने आया बॉलीवुड का काला सच
बॉलीवुड इंडस्ट्री अपनी फिल्मों को लेकर पूरे विश्व में मशहूर है लेकिन ये भी सच है कि बॉलीवुड का विवादों से भी पुराना नाता रहा है। सुशांत की मौत के बाद निकले ड्रग एंगल ने इस इंडस्ट्री के एक और काले सच को लोगों के सामने ला दिया है। भले ही नशे की लत इंडस्ट्री के सितारों का शौक हो लेकिन फिल्मी दुनिया (Drugs Bollywood) के शौकीन लोग शायद इस बात को भूल जाते हैं कि वह लाखों लोगों के आदर्श हैं और इस तरह की लत उन लाखों युवाओं को नशे की और अग्रसर करती है जो उन्हें अपना रोल मॉडल मानते हैं। रिया चक्रवर्ती, सैफ अली खान, दीपिका पादुकोण, विकी कौशल, रकुल प्रीत कौर और दिया मिर्जा जैसे बड़े नाम NCB की सूची में हैं। इस तरह के मामले सामने आने के बाद ये बात साबित होती है कि बॉलीवुड में फिल्मों से ज्यादा ड्रग्स और शराब का बोलबाला होता है।
क्या जरूरी है ड्रग्स की आदत?
विज्ञान की नजर से देखें तो नशे की लत एक बीमारी है, जिसमें व्यक्ति का स्वयं पर नियंत्रण नहीं रहता। नशे की लत की ओर व्यक्ति तब अग्रसर होता है जब उसे किसी बात का दुख हो। हाँ, कुछ लोग इसे सुख का साथी भी मानते हैं। फिल्में फ्लॉप होती हैं तो सितारें ड्रग्स (Drugs) का सेवन गम में करते हैं और अगर चल गयी तो जश्न में। लेकिन सवाल ये है कि आखिर ड्रग्स की आदत इतनी जरुरी ही क्यों है? बॉलीवुड को देख अब हर क्षेत्र के लोगों की यही मानसिकता बनती जा रही है। डिप्रेशन, पारिवारिक समस्या या दैनिक जरूरतें पूरी ना होने पर लोग नशे को अपना साथी मान लेते हैं। बॉलीवुड फिल्म फैशन और उड़ता पंजाब में इस हकीकत से लोगों को रूबरू कराया गया है। हालांकि, ये हर तरह के समाज की हकीकत है, ये सिर्फ फ़िल्म समाज के लोगों की ही बात नहीं है। फ़िल्मी दुनिया इसलिए ज्यादा दागदार है क्योंकि देश भर के करोड़ो लोग एक्टर्स को देख कर ही कई तरह के निर्णय लेते हैं।
युवाओं को बर्बाद करता बॉलीवुड!
बॉलीवुड इंडस्ट्री में काम करने वाले सितारे इस बात को अच्छे से जानते हैं कि करोड़ो युवा उन्हें अपना रोल मॉडल मानते हैं। ऐसे में ये कहना गलत नहीं होगा कि अगर युवा नशे की ओर जा रहा है तो उनको बर्बाद करने का ठीकरा बॉलीवुड पर फूटना लाज़मी है। बॉलवुड इंडस्ट्री के कई सितारे खुद इस बात को मान चुकें हैं कि अगर उनका करियर बर्बाद हुआ तो उसमें ड्रग्स, शराब, और अन्य प्रकार का नशों का सबसे बड़ा हाथ था। तो ऐसे में सवाल ये भी है कि जब बॉलीवुड ड्रग्स (Drugs Bollywood) और शराब के सेवन से इतना रूबरू था तो इतनी बड़ी इंडस्ट्री ने आज तक इसके खिलाफ मुहिम क्यों नहीं छेड़ी? नशे में लगातार लिप्त होते लाखों युवाओं की जिंदगी को बचाने की जिम्मेदारी किसी एक्टर या एक्ट्रेस ने क्यों नहीं उठाई? इसके विपरीत हुआ ये कि खुद इंडस्ट्री के सितारों ने ड्रग्स (Drugs) और अफीम का सेवन कर युवाओं का करियर बर्बाद करने का काम किया। आज अगर देश भर के कई राज्यों में युवा ड्रग्स (Drugs) का सेवन कर रहें हैं तो उसमें बॉलीवुड इंडस्ट्री का भी सबसे बड़ा योगदान रहा है।