क्रिकेट को भारत का सबसे लोकप्रिय खेल माना जाता है लेकिन जब बात खेलों के महाकुंभ की होती है तो उसमे ओलंपिक का नाम सबसे पहले लिया जाता है। ओलंपिक खेलों के इतिहास में भारत अभी तक 28 पदक अपने नाम कर चुका है। जिसमे 5 पदक महिलाओं ने अपनी झोली में डाले हैं।
ओलंपिक खेलों में भारत ने 1952 में पहली बार हिस्सा लिया था। उस हेलसिंकी ओलंपिक में भारत की तरफ से हिस्सा लेने वाली मेरी डिसूजा पहली भारतीय महिला थी। डिसूजा के हाथ भले ही कोई मेडल न लगा हो लेकिन उन्होंने ओलंपिक खेलों में भारतीय महिलाओं की दावेदारी को पूरी तरह से खोल दिया। इसके बाद कुल 5 महिलाओं ने भारत के लिए ओलंपिक मेडल जीता और पूरे देश का सर गौरव से ऊँचा कर दिया। आज हम आपको उन्हीं 5 भारतीय महिलाओं के बारे में बताने जा रहे हैं।
कर्णम मल्लेश्वरी
कर्णम मल्लेश्वरी भारत के इतिहास में ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली महिला हैं। 2000 सिडनी ओलंपिक में कर्णम ने वेटलिफ्टिंग में कांस्य पदक जीता था। जिसके बाद उन्हें लोहे की महिला के नाम से भी जाना जाने लगा।
साइना नेहवाल
बैडमिंटन में विश्व की नंबर 1 खिलाड़ी साइना नेहवाल बैडमिंटन में भारत की तरफ से मेडल जीतने वाले पहली महिला थीं। 2012 लंदन ओलंपिक में साइना नेहवाल ने कांस्य पदक जीता था। इसके बाद साल 2015 में साइना ने नंबर 1 बैडमिंटन खिलाड़ी की उपलब्धि हासिल की।
मेरी कॉम
भारतीय मुक्केबाजी इतिहास की सबसे सफल महिला बॉक्सर और 5 बार की विश्व चैंपियन मेरी कॉम ने 2012 लंदन ओलंपिक में कांस्य पदक हासिल किया था। उन्होंने एशियन चैंपियनशिप में चार बार गोल्ड मेडल और 2014 के एशियन गेम्स में भी गोल्ड मेडल जीता था।
पीवी सिंधू
2016 रियो ओलंपिक में भारत को पीवी सिंधू के रूप में एक और बैडमिंटन का सितारा मिला। पीवी सिंधू ने 2016 रियो ओलंपिक में रजत पदक जीता और ऐसा करने वाली वह पहली भारतीय महिला बनी। सिंधू को पदमश्री और अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।
साक्षी मलिक
ओलंपिक में पहलवानी में पदक जीतने वाली साक्षी पहली भारतीय महिला हैं। 2016 रियो ओलंपिक में साक्षी मलिक ने फ्री स्टाइल कुश्ती में कांस्य पदक जीता था।