भारत-चीन सीमा विवाद के बाद भारत ने चीनी कंपनियों के 59 एप्स पर बैन लगा दिया था। जिसमें Tiktok, वीचैट, अलीबाबा ग्रुप का यूसी ब्राउज़र और यूसी न्यूज़ जैसे पॉपुलर ऐप शामिल थे। दुनिया जानती है कि यूजर्स के लिहाज से टिकटॉक का दूसरा बड़ा बाजार भारत रहा है। इसीलिए Tiktok भारत आने के लिए बेकरार है और यह कहा जा रहा है tiktok की पैरंट कंपनी बाइट डांस इसे भारतीय कारोबारी मुकेश अंबानी की स्वामित्व वाली कंपनी आरआईएल को बेच सकती है। हालांकि अभी तक रिलायंस, बाइटडांस और टिक टॉक तीनों में से किसी ने भी इस पर कोई सार्वजनिक प्रतिक्रिया नहीं दी है।
इसके अलावा टिकटॉक का अमेरिकी कारोबार खरीदने के लिए सबसे पहले माइक्रोसॉफ्ट कंपनी सामने आई है। माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को भी इसकी जानकारी दे चुके हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सत्या नडेला के इस ऑफर का समर्थन भी किया है। खबर आ रही है कि Tiktok का अमेरिकी कारोबार खरीदने के लिए ट्विटर भी बाइट डांस से बात कर सकता है। टिकटॉक के अमेरिकी कारोबार की वैल्यू 30 बिलियन डॉलर मानी जा रही है।