content describing: इंडियन प्रीमियर लीग के टाइटल स्पॉन्सर को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई हैं। अब इस मामले में एक और नई कंपनी का नाम सामने आ रहा है। पहले चीनी मोबाइल कंपनी वीवो इस कार्यक्रम की टाइटल स्पॉन्सर रहा करती थी लेकिन अब इस साल से चाइनीज कंपनी वीवो के हटने के बाद योगगुरु बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि भी इस दौड़ में शामिल हो गई है। इसकी पुष्टि पतंजलि ने आधिकारिक रूप से की है।
पतंजलि के प्रवक्ता तिजारावाला ने अखबार इकनॉमिक टाइम्स से बात करते हुए कहा, “हम इस साल आईपीएल की टाइटल स्पॉन्सरशिप हासिल करने के बारे में सोच रहे हैं क्योंकि हम पतंजलि ब्रांड को एक वैश्विक मंच पर ले जाना चाहते हैं। हम भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड को इसके लिए प्रस्ताव भेजने की तैयारी में हैं।”
इसको भी प्रधानमंत्री मोदी की आत्मनिर्भर भारत योजना के तहत माना जा सकता है क्योंकि भारत और चीन के बीच तनाव के चलते चीनी मोबाइल फोन निर्माता कंपनी वीवो ने इस साल टाइटल स्पॉन्सर से हटने का फैसला किया था। इसके बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने भी इस पर मुहर लगा दी। वीवो टाइटल स्पॉन्सरशिप के लिए हर साल बीसीसीआई को 440 करोड़ रुपयों का मुनाफा होता था। हालांकि बोर्ड ने अगले साल वापसी का रास्ता खुला रखा है। वीवो आईपीएल का अनुबंध 2022 तक का है। अब यदि यह स्पॉन्सरशिप पतंजलि को मिलती है तो निश्चित रूप से इसे आत्मनिर्भर भारत की ओर एक और बड़ा कदम माना जा सकता है।