कोरोना महामारी के कारण सभी प्रदेशों से प्रवासी मजदूरों का बहुत संख्या में पलायन हुआ है। पलायन के कारण मजदूरों को रोजगार देने की सबसे बड़ी समस्या केंद्र सरकार और राज्य सरकारों के सामने उपस्थित है। इसीलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अपने प्रदेश में आए हुए लगभग डेढ़ लाख प्रवासी मजदूरों को जॉब लेटर ऑफर करने की तैयारी में है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में मनरेगा योजना के भीतर 52 लाख 12 हजार मजदूरों को अब तक रोजगार मिल चुका है जो पूरे देश में सबसे ज्यादा है।
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स्किल मैपिंग के बाद जिन श्रमिकों को आज ऑफर लेटर मिलेगा, उन सभी को गारमेंट इंडस्ट्री के साथ रियल एस्टेट सेक्टर में काम मिलेगा। कोरोना संक्रमण के कारण जो प्रवासी मजदूरों का पलायन हुआ उसके कारण बेरोजगारी आने के साथ-साथ इंडस्ट्रीज भी ठप पड़ गई हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने अधिकारियों को यह भी निर्देश दे चुके हैं कि एक ऐसी व्यवस्था उत्तर प्रदेश में की जाए की श्रमिकों को दूसरे प्रदेशों में जाकर नौकरी न करनी पड़े। इसके लिए एक्सप्रेसवे, मेडिकल कॉलेज, यूनिवर्सिटी, सड़क निर्माण आदि केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं में रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए हैं।