उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव के दौरान उत्तर प्रदेश के कई राज्य कर्मचारी बीमार हुए थे और उसके बाद कोरोना संक्रमण होने के कारण उनकी मृत्यु हो गई। लगातार विपक्षी पार्टियों और अलग-अलग संगठनों के द्वारा सरकार से यह मांग की जा रही थी कि इन राज्य कर्मचारियों के आश्रितों को नौकरी और मुआवजा दिया जाए। एक लंबे अध्ययन के बाद प्रदेश सरकार ने यह निर्णय लिया है कि जिन कर्मचारियों की मृत्यु पंचायत चुनाव की तिथि में ड्यूटी से 30 दिनों के भीतर हुई है उनके आश्रितों को उत्तर प्रदेश की योगी सरकार 30 लाख रूपये का मुआवजा देगी।
कुछ समय पहले ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने यह बात कही थी कि जिन राज्य कर्मचारियों की मृत्यु कोरोना संक्रमण के कारण और पंचायत चुनाव के दौरान हुई है उनके परिवारों के साथ उचित व्यवहार किया जाएगा। तथा उनके आश्रितों को सरकारी नौकरी के साथ मुआवजा भी दिया जाएगा। दो दिन पहले ही यह खबर आई थी कि प्रदेश में संक्रमण के कारण जान गवाने वाले पत्रकारों के परिवारों को 10 लाख रूपये का मुआवजा प्रदेश सरकार देगी। प्रदेश सरकार ने अपने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जल्द से जल्द इन सभी राज्य कर्मचारियों की जानकारी प्राप्त कर उनके परिवारों को मुआवजा दिया जाए।