मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ में धर्मांतरण मामले को गंभीरता से लेते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए प्रशासन को दे दिए हैं। बताया जा रहा है मुख्यमंत्री ने दोषियों के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई कर उन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा कानून निरुद्ध करने का आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि धर्मांतरण कराने वालों की संपत्ति जब्त कर सख्त कार्रवाई की जाए।आपको बता दें यूपी एटीएस ने सोमवार को जबरन धर्मांतरण कराने वाले एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है। दिल्ली से संचालित यह गिरोह बड़ी संख्या में लोगों का धर्मांतरण पैसा, शादी और नौकरी का लालच दे कर करा चुका है।
अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि मूक बाधिर छात्रों व कमजोर आय वर्ग के लोगों को धन, नौकरी व शादी करवाने का लालच देकर धर्मांतरण कराया जा रहा था। इसका खुलासा गाजियाबाद के डासना से गिरफ्त में आए दो युवकों विपुल विजय वर्गीय और काशिफ की गिरफ्तारी से हुआ। एटीएस ने इस पूरे मामले की छानबीन की। दोनों युवकों की निशानदेही पर जहांगीर और उमर गौतम को पूछताछ के लिए लखनऊ मुख्यालय बुलाया गया था। सोमवार को लंबी पूछताछ के बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया।
प्रशांत कुमार ने बताया कि गिरोह में कई लोगों के शामिल होने की जानकारी है। छानबीन की जा रही है। उन्होंने बताया कि धर्मांतरण कराने के बाद कई लड़कियों की शादी भी कराई जा चुकी है। पिछली सरकारों की नाक के नीचे यह घटनाक्रम होता रहा लेकिन कोई भी इसका पता नहीं कर पाया। उत्तर प्रदेश की वर्तमान भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने इसका खुलासा किया है तो निश्चित रूप से ये एक अच्छा कार्य है। अगर प्रशासन ऐसा करता तो न जाने कितने और असहाय गरीब बच्चों को धर्मांतरण करना पड़ता।