उत्तर प्रदेश की योगी सरकार लगातार राज्य वासियों को अच्छा शासन मुहैया कराने की कोशिश कर रही है। कानून व्यवस्था की अच्छी स्थिति और लोगों के विश्वास के कारण इस सरकार में बहुत सारे ऐसे कदम उठाए हैं जिन्हें उठाते पर पिछली सरकारों के हाथ पैर कांप जाते थे। वर्तमान में पूरा देश संक्रमण की चपेट में आ चुका है और इसी संक्रमण के कारण उत्तर प्रदेश के कई अध्यापकों की मृत्यु हो गई है। उत्तर प्रदेश के शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी का कहना है कि केवल 3 लोग संक्रमण के कारण मारे गए हैं वही अलग-अलग शिक्षक संगठन अलग-अलग संख्या बता रहे हैं।
बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षकों के आश्रितों को सहायक अध्यापक और कनिष्ठ लिपिक के पद पर अनुकंपा नियुक्ति मिलेगी। अभी तक केवल चतुर्थ श्रेणी के किसी पद पर ही नियुक्ति मिला करती थी। बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सतीश द्विवेदी ने बताया कि अब उन मृतक आश्रितों को जो बीएड/डीएलएड (पूर्व में बी.टी.सी) तथा टीईटी डिग्री धारक हैं। उनको अध्यापक तथा जो टीईटी उत्तीर्ण नहीं है, परंतु तृतीय श्रेणी में नियुक्ति की अर्हता रखते हैं उनको पद रिक्त न होने की स्थिति में भी अधिसंख्य पद पर तृतीय श्रेणी में नियुक्ति दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि पूर्व में अधिकांश शिक्षकों के मृतक आश्रित जो टीईटी उत्तीर्ण नहीं थे। वह उच्च शिक्षित होते हुए भी चतुर्थ श्रेणी में सेवा करने के लिए विवश होते थे क्योंकि तृतीय श्रेणी में पद रिक्त नहीं होते थे। यह व्यवस्था उनकी योग्यता के अनुरूप नहीं थी। इसी बात को ध्यान में रखते हुए तृतीय श्रेणी की अर्हता रखने वाले मृतक आश्रितों को पद रिक्त न होने की स्थिति में भी अधिसंख्य पद पर नियुक्ति दी जाएगी।