सेंधवा | महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में फंसे हुए सैकड़ो मजदूरों ने घर जाने की जिद में गुरुवार सुबह को मुम्बई आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम कर दिया। इससे पहले कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए मध्यप्रदेश की सीमा को सील कर के महाराष्ट्र से आने वाले मजदूरों को रोकने की कोशिश जा रही थी। लेकिन मजदूरों ने वहाँ भीड़ लगाकर रोड जाम कर दिया
इस दौरान शारीरिक दूरी का पालन भी नहीं हुआ। पुलिस द्वारा समझाइश दिए जाने के बाद भी लोग घर जाने की मांग पर अड़े रहे। चक्काजाम किए जाने से मप्र और महाराष्ट्र सीमा में वाहनों की लंबी कतारें लग गई थीं। सूचना पर कलेक्टर अमित तोमर, एसपी डीओर तेनीवार व एसडीएम घनश्याम धनगर पहुंचे। करीब तीन घंटे चले हंगामे के बाद प्रशासन द्वारा लोगों की स्क्रीनिंग कर ई-पास बनाकर जाने दिया गया।
वहीं महाराष्ट्र-गुजरात राज्यों से आए करीब 1600 मजदूरों को बुधवार देर शाम मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की सीमा पर दतिया के जोहरिया गांव में उत्तर प्रदेश पुलिस ने रोक लिया। भूखे-प्यासे मजदूरों के लिए 20 घंटे बाद बसों का इंतजाम हो सका और स्वास्थ्य परीक्षण के बाद उन्हें उत्तर प्रदेश के लिए रवाना किया गया। तीन दिन में यह तीसरा अवसर था, जब उत्तर प्रदेश पुलिस ने मजदूरों को अपने राज्य में प्रवेश करने से रोका था। उत्तर प्रदेश की सीमा पर मजदूरों को बेवजह परेशान किया जा रहा है। इस संबंध में उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों से भी बात हो चुकी है।