पूरे देश में इस वक़्त कृषि आंदोलन के बीच एक और नई जंग छिड़ गई है और यह जंग सरकार के खिलाफ नहीं बल्कि भारत की सबसे लोकप्रिय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म WhatsApp के ख़िलाफ़ हैं। WhatsApp के नए पॉलिसी के अनुसार अब हमारी निजता whatsaap के स्वामित्व कंपनी फेसबुक के साथ भी शेयर हो सकता है जो कि सुरक्षा के दृष्टि कोण से उचित नहीं हैं। आज देश में सोशल मीडिया का समय हैं । सोशल मीडिया ने दुनिया के दूरी को महज एक मोबाइल फोन पर समेत कर रख दिया हैं। ऐसे में सोशल मीडिया ने लोगों के दिल में इस कदर जगह बना लिया है कि चाह कर भी लोग आज के परिवेश में इससे छुटकारा नहीं पा सकते हैं।
शुरुआत में यह क्रांति बदलाव का ऐसा हथियार साबित हुआ था जिससे हम ज्ञान और समझ के अंतहीन सागर में उतर जाते थे, लेकिन अब बदलते परिवेश के साथ साथ अब यह लोगों की जिंदगी में ज़हर भी घोल रहा हैं। पिछले कुछ दिनों पहले देश की सर्वोचच न्यायलय सुप्रीम कोर्ट ने भी एक बहस के दौरान इस बात की चिंता जाहिर की थी। सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान कहा कि आज के समय में देश में लोग सोशल मीडिया का दुरुपयोग कर रहे है , और सरकार को जल्द से जल्द इस पर कोई उचित कार्रवाई करनी चाहिए।
दरअसल, सोशल मीडिया के कारण अब किसी व्यक्ति की निजता जैसी कोई चीज नहीं रह गई है। अब सोशल मीडिया कहीं भी धखल दे सकता हैं। हाल ही में विश्व की सबसे बड़ी चैटिंग प्लेटफॉर्म ने कुछ ऐसा कानून सामने लेकर आई है, जिससे अब लोगों के निजता के साथ खिलबाड़ हो रहा हैं।
क्या है वॉट्सएप का नया क़ानून
WhatsApp ने जो नई पॉलिसी पेश की है, उसे यूजर्स को 8 फरवरी 2021 तक एक्सेप्ट करना होगा। इसके लिए आप वॉट्सऐप के हेल्प सेंटर पर जा कर पॉलिसी में एग्री और नॉट नाउ का विकल्प चुन सकते हैं। जिसमें लिखा है कि हमारी सर्विसेज को ऑपरेट करने के लिए आपके वॉट्सऐप कंटेंट को Facebook और Instagram के साथ शेयर किया जाएगा। यूजर्स के पास नई पॉलिसी का पॉपअप आएगा, जिसे उन्हें एक्सेप्ट करना होगा। इसके लिए आप Agree पर टैप करते हैं तो आप कंपनी की नई पॉलिसी को अपनी सहमति देंगे। नए कानून को सीधे शब्दों में जाने:
- खर्च से तय होंगे विज्ञापन: वॉट्सऐप आपके बैंक का नाम, कितनी राशि और डिलीवरी का स्थान सभी ट्रैक करेगा। इससे फेसबुक-इंस्टाग्राम भी आपके फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन जान जाएंगे।
- नए कानून के तहत यूजर के आईपी एड्रेस और लोकेशन ट्रेस होगी।
- नए कानून के तहत यूजर्स के स्टेटस भी सुरक्षित नहीं रहेंगे। मतलब आप अगर स्टेटस में लिखते है कि मै आने वाले त्योहार में क्या खरीदारी कारू इसकी जानकारी whatsapp के स्वामित्व कंपनी फेसबुक को भी मिल जाएगी ।
- वॉट्सएप आपके कॉल पर भी रखेगी नजर , इसका मतलब यह है कि आप पूरे दिन में वॉट्सएप के जरिए किन किन लोगों से बात करते हैं और कितना देर बात करते है इन सब बातों की भी जानकारी वॉट्सएप के पास रहेगी।
क्या सुरक्षित है वॉट्सएप की नई पॉलिसी
वॉट्सएप के नए पॉलिसी के अनुसार आपके डेटा को फेसबुक के साथ भी शेयर किया जायेगा। हालाकि नई पॉलिसी को आपको एक्सेप्ट करना है या नहीं ये पूरी तरह से आपके ऊपर है। अगर आप नए पॉलिसी को स्वीकार नहीं करेंगे तो आपका अकाउंट बंद हो जाएगा और अगर आप स्वीकार करते हैं तो आपको वॉट्सऐप पर कुछ भी करने से पहले आपको अपनी निजता का पूरा ख्याल रखना होगा। वॉट्सऐप पर केवल वही शेयर करें जिसके लीक होने से आपको कोई परेशानी न हो। हालाकि इन सब के बीच सबसे बड़ा सवाल यह है कि ऑर्गनाइजेशन कब तक अपने बिजनेस प्रॉफिट के कारण लोगों के निजता के साथ खिलबाड़ करता रहेगा ।
वॉट्सएप ने तो इस दौर में सारी हदें पार कर यूजर को धमकी तक दे डाली और कहा है कि यूजर्स की प्रोफाइलिंग के लिए किया जाएगा। तो कुल मिलाकर बिना यूजर्स की सहमति लिए वॉट्सऐप ने अपनी पॉलिसी बदल ली है। कह दिया कि इसे मानना है तो ठीक, वरना हमारे प्लैटफॉर्म से जाओ। इससे यह बिल्कुल जाहिर हो गया है कि यह एक तरह का विश्वासघात है? और यही सही समय है कि देश की सरकार विदेशी कंपनी पर लगाम लगाए क्युकी यह केवल देश के लोगों के निजता का सवाल नहीं है बल्कि ये देश की अखंडता और संप्रभुता का भी सवाल हैै। ऐसे में आज देश के बड़े बड़े लोग भी आगे आ कर वॉट्सएप के नए पॉलिसी का विरोध कर रहे है और यही समय है कि केंद्र सरकार को आईटी एक्ट में कुछ बदलाव करना चाहिए ताकि लोगो के साथ देश की अंखंडता और संप्रभुता को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचे। केंद्र सरकार कुछ ऐसा ठोस कदम उठाए ताकि किसी के निजता को बेच पैसे कमाने वाले को कड़ी सबक मिले।