काँग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदम्बरम ने सरकार से सवाल किया है कि – ‘अगर एनआरसी कानूनी प्रक्रिया है, तो गैर-नागरिक करार दिए गए 19 लाख लोगों के साथ कानून किस तरह निपटेगा।’
इसके साथ ही चिदंबरम ने कहा है कि – ‘एनआरसी से बाहर रह गए लोगों को कब तक अनिश्चितता, चिंता के साथ ही नागरिक व मानवाधिकारों से वंचित रहना पड़ेगा। देश आज महात्मा गांधी के मानवातावाद का जश्न मना रहा है, ऐसे में इन सवालों का जवाब मिलना जरूरी है।’
आपको बता दें कि पी.चिदम्बरम इस समय आईएनएक्स मीडिया मामलें में 5 सितंबर से ही तिहाड़ जेल में बन्द हैं। उन्होंने अपने ट्वीटर हेंडल से ये सभी सवाल सरकार से पुछे हैं। पिछले शनिवार को उन्हें पेट दर्द की शिकायत भी थी जिसके चेकअप के लिए उन्हें जेल से बाहर डॉक्टर के पास लाया गया था। लेकिन चेकअप के बाद उन्हें फिर से तिहाड़ में वापस भेज दिया गया है। इसके साथ ही उन्हें जेल के खाने से वजन कम होने की भी शिकायत थी। ऐसे में उन्हें घर का खाना खाने की इजाज़त दी गयी है। लेकिन कोर्ट ने चिदम्बरम को दिन में सिर्फ़ 1 बार ही घर का खाना खाने की इजाज़त दी है।