भारत में कोरोना संक्रमण बढ़ता जा रहा है। इसी बीच जन्माष्टमी भी आने वाली है। पहले जन्माष्टमी की आधी रात को 12:00 बजे लोग मंदिरों में एकत्रित होते थे। भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव को भव्य रूप से मनाते थे लेकिन इस बार ऐसा कुछ भी नहीं होगा। इस बार भगवान श्री कृष्ण के जन्मदिन को मनाने के लिए बेंगलुरु के इस्कॉन ने यह निर्णय लिया है कि वह 5 देशों के 15 भव्य मंदिरों को वर्चुअल मीटिंग के जरिए जोड़ेगा और उसके द्वारा दो दिनों तक कृष्ण जन्मोत्सव मनाया जाएगा। इन 2 दिनों में सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पूरे कार्यक्रम को लाइव दिखाया जाएगा।
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यह बताया जा रहा है कि पहले मंदिरों में केवल एक से डेढ़ लाख लोग ही एकत्रित हो पाते थे। लेकिन इस वर्चुअल मीटिंग के जरिए इस्कॉन का लक्ष्य इस बार एक करोड़ भक्तों तक पहुंचना है जिसके लिए बहुत तेजी से प्रचार भी किया जा रहा है। इस्कॉन मंदिर के कम्युनिकेशन हेड नवीन नीरज दास ने बताया इस बार भारतीय भक्त, विदेशी भक्तों की प्रस्तुति देख सकेंगे और विदेशी भक्त वहीं बैठे-बैठे भारतीय भक्तों की प्रस्तुति देख सकेंगे। इस कार्यक्रम में अमेरिका के 3 मंदिर, एशिया, यूनाइटेड किंग्डम, सिंगापुर और मलेशिया के कई मंदिर शामिल होंगे।
श्री कृष्ण जन्माष्टमी का शुभ मुहूर्त
जन्माष्टमी के दिन भगवान श्री कृष्ण की पूजा की जाती है। इस दिन व्रत रखने से व्यक्ति के सभी दुखों का अंत हो जाता है। इस वर्ष कृष्ण जन्माष्टमी 11 अगस्त को मनाई जाएगी। जो भक्त जन्माष्टमी का व्रत रखते हैं वह जन्माष्टमी के एक दिन पहले केवल एक ही समय भोजन करते हैं। पौराणिक ग्रन्थों और शास्त्रों के अनुसार श्रीकृष्ण का जन्म भाद्रपद महीने के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को रोहिणी नक्षत्र में मध्यरात्रि के समय हुआ था।
मुहूर्त :- 11 अगस्त, 2020- निशिता पूजा का समय: 12:05 AM से 12:47 AM, 12 अगस्त
अवधि: 00 घण्टे 43 मिनट्स