पूरे विश्व में ह्यूमन कंप्यूटर के नाम से विख्यात शकुंतला देवी (Shakuntla devi) के जीवन पर आधारित बायोपिक फिल्म इस शुक्रवार अमेज़ॉन प्राइव वीडियो पर रिलीज़ हो गई है। शकुंतला देवी को मैथ्स का जीनियस माना जाता है। उन्होंने 18 जून, 1980 को ब्रिटेन के इंपीरियल कॉलेज में एक वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था, जिसमें उन्होंने 13-13 अकों की दो संख्याओं को मात्र 28 सेकेण्ड में गुणा (Multiply) कर दिया था। लेकिन इस वर्ल्ड रिकॉर्ड का अधिकारिक प्रमाण पत्र उन्हें मरणोप्रांत प्राप्त हुआ है।
I feel honoured to be able to share your journey with the world.
Thank you Guinness World Records for honouring Shakuntala Devi with this new certificate! ❤️#ShakuntalaDeviOnPrime@GWR #AnupamaBanerji #AjayKumar @PrimeVideoIN @sanyamalhotra07 @Jisshusengupta @TheAmitSadh pic.twitter.com/yT9IU6w4HO— vidya balan (@vidya_balan) July 30, 2020
विद्या बालन (Vidya Balan) ने बताया कि फिल्म शकुतंला देवी की शूटिंग के दौरान उनकी बेटी अनुपमा चटर्जी (Shakuntla Devi daughter) से कई बार मिलना हुआ। तभी अनुपमा ने बताया कि अभी तक उनकी माँ के वर्ल्ड रिकॉर्ड का अधिकारिक प्रमाण पत्र उन्हें नहीं मिल पाया है। इसके बाद विद्याबालन, फिल्म निर्माता विक्रम मल्होत्रा और अमेज़ॉन प्राइम वीडियो की टीम ने मिलकर गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड वालों से संपर्क किया।
It's time to switch from normal to amazing with #ShakuntalaDeviOnPrime now, @PrimeVideoIN: https://t.co/xTUOuq9kCz @sanyamalhotra07 @Jisshusengupta @TheAmitSadh @anumenon1805 @sonypicsprodns @vikramix @Abundantia_Ent @ShikhaaSharma03 pic.twitter.com/ZkUHfA7BqB
— vidya balan (@vidya_balan) July 30, 2020
विद्या बालन और उनकी टीम की कोशिशें रंग लाईं और रिकॉर्ड बनाने के लगभग 40 साल बाद गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड वालों ने इसका अधिकारिक प्रमाण पत्र दिया। लेकिन दुख की बात ये है कि ये प्रमाण पत्र देखने के लिए शकुंतला देवी अब जीवित नहीं हैं। शकुंतला देवी की उपलब्धि का सर्टिफिकेट उनकी बेटी अनुपमा चटर्जी को सौंपा गया। यह सर्टिफिकेट मिलने पर अनुपमा चटर्जी ने फिल्म शकुंतला देवी की पूरी टीम और गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड का आभार व्यक्त किया है।
Image Source: Tweeted by @vidya_balan