खत्म होगी टीके की किल्लत, अगले महीने से हर दिन लगेंगी वैक्सीन की 70-80 लाख खुराकें

देश में अगले महीने से कोरोना टीकाकरण की गति तेज होने की संभावना है। केंद्र सरकार ने साल के आखिर तक सभी वयस्कों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा है।

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प्रतीकात्मक चित्र

ऐसा माना जा रहा है कि अगले महीने से कोरोना टीकाकरण की गति तेज हो सकती है। वैक्सीन की कमी के कारण लगातार लोगों को कम संख्या में वैक्सीन लगाई जा रही थी। लेकिन अब ऐसा माना जा रहा है कि अगले महीने से प्रतिदिन 70-80% लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाई जा सकती है। स्पूतनिक वी के अलावा जायडस कैडिला की कोरोना वैक्सीन ZyCoV-D का टीका भी मिलने की संभावना है। स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार जुलाई में टीके की 12 करोड़ खुराकें उपलब्ध होंगी। ये खुराक कोविशील्ड एवं कोवैक्सीन की हैं। अगस्त सितंबर से इनका उत्पादन तेजी के साथ बढ़ सकता है। जायडल कैडिला का टीका तैयार है तथा मंजूरी की प्रक्रिया में है। इसके साथ ही बायोलॉजिकल ई के टीके के सभी चरण पूरे हो चुके हैं तथा अगस्त से यह वैक्सीन भी देश में उपलब्ध हो जाएगी। कैडिला का शुरुआती उत्पादन प्रतिमाह 1-2 करोड़ तथा बायोलॉजिकल ई का 4-5 करोड़ रहने की संभावना है।

दिसंबर तक सभी वयस्क आबादी को टीका लगाने के लिए करीब 188 करोड़ खुराक की जरूरत होगी। क्योंकि वयस्क आबादी 94 करोड़ है। इसमें से अभी तक 38 करोड़ खुराक दी जा चुकी हैं। वर्तमान में 12 करोड़ की रफ्तार से अगले छह महीनों में 72 करोड़ खुराकें दी जा सकेंगी। इस प्रकार मौजूदा उपलब्धता से 78 करोड़ खुराकें कम पड़ेंगी। लेकिन नए टीकों के आने से सितंबर से प्रतिदिन 80-90 लाख टीकों की उपलब्धता होगी। यदि केंद्र सरकार की नीति के अनुसार प्रतिदिन इतने लोगों को टीका लगाया जाएगा तो निश्चित रूप से देश को तीसरी लहर से बचाया जा सकेगा।

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