उत्तर प्रदेश देश का पहला ऐसा राज्य बना है। जिसने अब तक 5 करोड़ कोरोना टेस्ट किए है, हर रोज 3 लाख से ज्यादा कोरोना की जांच कराई जा रही है। जहां एक तरह देश के कई राज्य कोरोना की दूसरी लहर से परेशान है और अपने राज्य को इससे लड़ने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे है। वहीं योगी के उत्तर प्रदेश में टेस्ट, ट्रेकिंग और ट्रीट की नीति पर आक्रामकता के साथ काम किया गया है। जिसका नतीजा है कि कोरोना को नियंत्रित करने में बड़ी कामयाबी मिली है। और वही देश का पहला ऐसा राज्य बन के सामने आया है जिसने 5 करोड़ से ज्यादा कोरोना टेस्ट किये है।
वहीं उत्तर प्रदेश में एक समय ऐसा था जहां 30 अप्रैल को सबसे ज्यादा 38 हजार मामले सामने आए थे। लेकिन प्रदेश के मुखिया की वजह से राज्य में अग्रेसिव टेस्टिंग, माइक्रो कन्टेनमेंट जोन सिस्टम और गांवों में निगरानी समितियों के द्वारा किये गए माइक्रो मैनेजमेंट एवं ट्रीटमेंट से कोरोना को नियंत्रित करने में कामयाबी मिली है। पिछले 24 घंटे की कोरोना पॉजिटिविटी दर 0.2 प्रतिशत रही।
और बता दें कि प्रदेश में कोरोना से रिकवरी दर 97.1 प्रतिशत है। इसके अलावा, उत्तर प्रदेश में मंगलवार से सभी जिलों में 18 से 45 साल के लोगों के लिए टीकाकरण अभियान शुरू हो गया है। पहले दिन करीब 1.55 लाख युवाओं ने टीकाकरण कराया, जबकि 1.70 लाख का लक्ष्य रखा गया था। अब तक प्रदेश में 1 करोड़ 86 लाख 66 लाख 323 लोगों ने टीकाकरण कराया है। इसमें 1,51,62,374 ने पहली डोज एवं 35,03,949 ने दूसरी डोज ली है। उम्र के हिसाब से 18 से अधिक उम्र वालों में 21,07,299 ने पहली डोज और 19,302 ने दूसरी डोज ली है।
कोरोना महामारी के बीच बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से अभिभावकों का कोविड टीकाकरण प्राथमिकता के साथ किया जाएगा।
अगर आपका बच्चा 12 वर्ष से कम आयु का है, तो यथाशीघ्र निकटतम "अभिभावक स्पेशल टीकाकरण बूथ" पर जाएं और लगवाएं "टीका जीत का"।
कोरोना हारेगा, भारत जीतेगा
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) June 1, 2021
और वही योगी ने ट्विटर के माध्यम से यह भी बताया कि अगर आपका बच्चा 12 वर्ष से कम आयु का है तो यथाशीघ्र निकटतम “अभिवावक स्पेशल टीकाकरण बूथ” पर जाए और टीका लगवाए।