उत्तर प्रदेश में हाथरस में हुई घटना के बाद अब पूरे देश में राजनीति अपने चरम पर पहुंच चुकी है। इसी बीच राहुल गांधी और प्रियंका के साथ उनके कई कार्यकर्ता कल हाथरस जाने की जिद पर अड़ गए थे। जिसके बाद पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प हुई और अभी यह बताया जा रहा है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी प्रियंका वाड्रा और राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र सिंह हुड्डा समेत 203 कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। यह माना जा रहा है कि इन सभी पर महामारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है जबकि 50 अज्ञात पार्टी के कार्यकर्ताओं के खिलाफ एफ आई आर दर्ज हुई है, नेताओं के खिलाफ धारा 188 और धारा 270 तहत मुकदमा दर्ज हुआ है।
वहीं इस मामले पर अब शिवसेना ने भी एंट्री कर ली है। शिवसेना के राजनेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने इस मामले पर कहा कि राहुल गांधी से यूपी की पुलिस ने जिस तरह से बर्ताव किया है ! उसका समर्थन देशभर में कोई नहीं कर सकता। राहुल गांधी, इंदिरा गांधी के पोते हैं और राजीव गांधी के बेटे हैं, हमें यह नहीं भूलना चाहिए इन लोगों ने देश के लिए शहादत दी है। संजय राउत ने यह भी कहा कि जिस तरह से राहुल गांधी को गिराया गया, यह देश के लोकतंत्र का गैंगरेप है और इस गैंगरेप की भी जांच होनी चाहिए।
#WATCH जिस तरह से राहुल गांधी का कॉलर पकड़ा, धक्का मारा, गिराया ये एक तरह से इस देश के लोकतंत्र पर गैंगरेप है, इस गैंगरेप की भी जांच होनी चाहिए: संजय राउत, शिवसेना https://t.co/svpThgu344 pic.twitter.com/1hPGYiG9qI
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 2, 2020
पुलिस द्वारा रोके जाने के बाद राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि प्रदेश में जंगलराज कई आलम है कि शोक में डूबे परिवार से मिलना भी सरकार को डरा देता है। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, ” मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दुख की घड़ी में अपनों को अकेला नहीं छोड़ जाता। उत्तर प्रदेश में जंगलराज का ये आलम है कि शोक में डूबे हुए परिवार से मिलना भी सरकार को डरा रहा है।”
दुख की घड़ी में अपनों को अकेला नहीं छोड़ा जाता।
UP में जंगलराज का ये आलम है कि शोक में डूबे एक परिवार से मिलना भी सरकार को डरा देता है।
इतना मत डरो, मुख्यमंत्री महोदय!
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 1, 2020