यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जिस जमीन पर गरीब की झोपड़ी है, वो जमीन जल्द से जल्द उस गरीब के नाम होना चाहिए। राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोई ऐसी जमीन हो रिजर्व श्रेणी में नहीं है और उस जमीन पर कोई मामला लंबित नहीं है तो स्वामित्व योजना के तहत एक अभियान चला कर जल्द से जल्द भूमि को स्थांतरित किया जाए।
लाभार्थियों के खाते में पहुंचा 87 करोड़
सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत स्वीकृत 21562 आवासों के लाभाथियों के खाते में पहली किस्त के रूप में 87 करोड़ का हस्तातंरण करते हुए कहा कि जिस वर्ग के लोगों काे इस तरह के आवास मिलते हैं, वही टीबी, इन्सेफेलाइिटस, कालाजार और कुपोषण जनित रोगों के प्रति सर्वाधिक संवेदनशील होता है। इस वर्ग को गोशालाओं से चिन्हित कर पालने की शर्त के साथ एक स्वस्थ्य गाय दें। सरकार ऐसे गायों को पालने के लिए प्रति माह जो 900 रुपये देती है वह उसके खाते में दें। मनरेगा के तहत गायों के रहने के लिए छाजन भी बनाए जा सकते हैं।
स्वरोजगार योजना पर सीएम ने क्या कहा
अपने संबोधन के दौरान स्वरोजगार योजना का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि लाभार्थियों को जरूरत के हिसाब से स्वरोजगार योजना के तहत किसी कार्यक्रम से जोड़े और साथ ही वहां की प्रशासन यह जरूर सुनिश्चित करें कि घर के मिल रहे पैसों का उपयोग किसी और जगह पर नहीं हो और लाभार्थी इसका उपयोग घर बनाने में ही करे। गरीबों को घर बनाने के लिए जरूरत के समान भी उचित दाम पर मिले यह भी स्थानीय प्रशासन को सुनिश्चित करना होगा और मकान के निर्माण की साप्ताहिक समीक्षा हो सके इसके लिए हर प्रखंड में एक नोडल अधिकारी की तैनाती अतिशिर्घ किया जाए।