भारत हमेशा से ही अपनी प्राचीनतम भव्यता के लिए पूरे विश्व में प्रसिद्ध रहा है। यहां के किलों की भी हमेशा से ही एक अलग शान रही है। अगर हम इतिहास के पन्ने पलटकर देखते हैं तो नजर आता है कि किस तरह बाहर के मुल्कों ने हमारे देश के किलों को अपने कब्जे में करने की कोशिश की है। भारत के किले कोई आम किले नहीं हुआ करते थे। इनकी मजबूती सैकड़ो तोपों को परास्त करने का दमखम रखती थी, साथ ही किलों (Forts) की दीवारो पर भी रत्न जड़े रहते थे। किलो की लंबाई इतनी ज्यादा होती थी कि एक कोने से दूसरे कोने तक जाने में ही सुबह से शाम हो जाया करती थी।
आज हम आपको भारतीय इतिहास के 10 सबसे भव्य और बड़े किलों (Top 10 Forts) से अवगत कराएंगे, जिन्हें जानने के बाद आप भी इन किलो को देखने के उत्सुक हो जाएंगे-
10. आगरा का किला, उत्तर प्रदेश
दसवे स्थान पर आता है प्रसिद्ध आगरा का किला। आगरा का यह किला यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज साइट की लिस्ट में भी शामिल है। रंग से लेकर इसकी शिल्पकला और निर्माण की तकनीक तक हर तरह से यह दिल्ली के लाल किला से मेल खाता है। इसका निर्माण 1565-1575 के बीच मुगल शासक अकबर ने कराया था। यह किला ताजमहल से मात्र 2 किलोमीटर की दूरी पर ही स्थित है। दीवान-ए-आम, स्वर्ण मंडप, मछली भवन और मीना बाजार इस महल को देश के अन्य किलो से अलग और कुछ खास बनाते थे।
9. पन्हाला किला, महाराष्ट्र
यह किला महाराष्ट्र का सबसे बड़ा किला है, जो कोल्हापुर से लगभग 20 किलोमीटर दूर सह्याद्री की पहाड़ी पर स्थित है। इस किले का इतिहास मराठा साम्राज्य से जुड़ा हुआ है। किले के निर्माण की बात करें तो 12वीं शताब्दी ने राजा भोग ने सुरक्षा के लिए इस किले का निर्माण कराया था। पर्यटन और इतिहास दोनों ही दृष्टि से यह किला बेहद खास है। यह किला इस सूची में नवें पायदान पर आता है।
8. चित्तोड़गढ़ किला, चित्तोड़गढ़
चित्तोड़गढ़ के इसे किले की इतिहास में हमेशा से ही एक अलग पहचान रही है। यह भारत का सबसे बड़ा किला माना जाता है, जो कुल 700 एकड़ जमीन में फैला हुआ है। इस किले के लिए इतिहास में कई खूनी लड़ाइयां हुई हैं। इसका निर्माण मौर्य शासकों ने सातवीं शताब्दी में कराया था। इस किले को जल किला या पानी के किले के नाम से भी जाना जाता है। यह किला मेवाढ़ की राजधानी के नाम से भी प्रसिद्ध है, जिसे देखने हर साल लाखों सैलानी आते हैं।
7. कांगड़ा किला, हिमाचल प्रदेश
यह किला हिमाचल प्रदेश की कांगड़ा की घाटी में समुद्र तट से 350 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। यह पूरे हिमाचल का सबसे बड़ा किला होने के साथ साथ देश का सबसे पुराना किला भी है। इस किले का निर्माण कांगड़ा के एक शाही परिवार ने कराया था। इस किले में एक प्रसिद्ध व्रजेश्वरी मंदिर भी बना हुआ है।
6. कुम्भलगढ़ किला, राजस्थान
यह किला राजस्थान के उदयपुर से 82 किलोमीटर दूर राजसमन्द जिले में स्थित है। इस किले का निर्माण 15वीं शताब्दी में महाराणा कुम्भा ने कराया था। मेवाढ़ के वीर योद्धा के रूप में पहचाने जाने वाले महाराणा प्रताप का जन्म भी कुम्भलगढ़ में ही हुआ था। इस किले की दीवार पूरे विश्व की दूसरी सबसे लंबी दीवार है जो 36 किलोमीटर लंबी और 15 फीट चौड़ी है। 2013 में इस किले को यूनेस्को ने विश्व धरोहर की सूची में शामिल किया था। इस किले के अंदर लगभग 360 मंदिर बने हैं, जिनमें से 300 जैन मंदिर हैं तथा अन्य हिंदू मंदिर हैं। यह किला इस सूची में छटे स्थान पर आता है।
5. गोलकोंडा किला, हैदराबाद
तेलंगाना की राजधानी में स्थित गोलकोंडा किला देश में अपनी प्राचीन भव्यता के साथ पांचवे स्थान पर आता है। यह किला अपनी भव्य संरचना के लिए प्रसिद्ध रहा है। इसका निर्माण 12वीं शताब्दी से 16वीं शताब्दी तक काकतीय राजाओं ने कराया था। इस किले के पास ही एक कोल्लूर झील है, जो हैदराबाद का एक फेमस टूरिस्ट प्लेस है। साथ ही यहां की हीरे की खदाने पूरे विश्व में प्रसिद्ध हैं। यह किला हैदराबाद के सात अजूबों में से एक है। इस किले की सैन्य वास्तुकला अपने आप में देखने लायक है। इस किले के अलावा हैदराबाद में आप चारमीनार, रामोजी फिल्म सिटी, बिड़ला मंदिर और हुसैन सागर आदि देखने का लुत्फ भी उठा सकते हैं।
4. जैसलमेर का किला, जैसलमेर
इस सूची में चौथे स्थान पर आता है जैसलमेर का किला। थार रेगिस्तान में स्थित यह किला भारत का दूसरा सबसे प्राचीन किला है। इसका निर्माण 1156 में रावल जैसल द्वारा कराया गया था। पीले पत्थरों से निर्मित इस किले को सोनार किले के नाम से भी जाना जाता है। जैन मंदिर, रॉयल पैलेस और बड़े दरवाजे इस महल के मुख्य आकर्षण हैं। आज भी हर साल देश-विदेश से लाखों पर्यटक इस किले को देखने राजस्थान का रुख करते हैं।
3. ग्वालियर का किला, ग्वालियर
यह किला केवल ग्लालियर का ही नहीं बल्कि पूरे मध्य प्रदेश की शान माना जाता है। इसका निर्माण राजा मानसिंह तोमर ने कराया था। यह गोपाचल पर्वत पर स्थित है, जिसे शहर की चारो दिशाओं से साफ देखा जा सकता है। किले की दीवारों पर बेहद प्राचीन और भव्य जैन प्रतिमाओं की रचना की गई है, जिन्हें देखने हर साल लाखों की संख्या में टूरिस्ट आते हैं। इसके अलावा सहस्त्रबाहु का मंदिर और गुजरी महल भी इस किले के मुख्य आकर्षण का केंद्र हैं।
2. लाल किला, दिल्ली
देश की राजधानी में स्थित इस किले की अपनी एक अलग पहचान है। हर साल भारतीय स्वतंत्रता दिवस के मौके पर 15 अगस्त को देश के प्रधानमंत्री इसी किले से जनता को संबोधित करते हैं। इस किले का निर्माण मुगल शासक शाहजहां ने 1638 में कराया था। बलूआ पत्थर से बने होने के कारण ही इस किले को लाल किला कहा जाने लगा। यमुना नदी के किनारे बने इस किले के अंदर आपको रंग महल, दीवान-ए-खास, हीरा महल और नौबतखाना जैसी एतिहासिक इमारते देखने को मिलेगी। अपनी भव्यता को लेकर यह देश में दूसरा स्थान रखता है।
1. मेहरानगढ़ का किला, जोधपुर
इस सूची में सबसे पहले स्थान पर आता है मेहरानगढ़ का किला। यह किला राजस्थान के जोधपुर शहर में स्थित है। इसका निर्माण राव जोधा द्वारा 1459 में कराया गया था। इस महल के 7 मुख्य द्वार हैं। प्रत्येक द्वार का निर्माण वहां के राजा द्वारा किसी युद्ध में विजयी होने पर कराया गया था। इस किले में कई हॉलीवुड और बॉलीवुड फिल्मों की शूटिंग भी की जा चुकी है। आज भी प्रत्येक वर्ष नवरात्री के दौरान यहां पर भव्य आयोजन किया जाता है। इस महल के अंदर शीश महल, मोती महल, चामुंडा देवी का मंदिर और एक भव्य म्यूज़ियम भी बना हुआ है।
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