कोरोना के कारण देश के अलग-अलग हिस्सों के अलावा दुनियाभर में फंसे भारतीयों को भारत लाने के प्रयास तेज हो गए हैं। दुनिया के अन्य देशों में फंसे भारतीयों को वापस अपने वतन लाने के लिए वंदे भारत मिशन का आज तीसरा दिन है। आज भी देर रात तक स्पेशल उड़ानों के जरिये भारतीयों को लाया जाना है। अभी तक कई देशों से भारतीयों को स्वदेश लाया जा चुका है। विदेश में फंसे भारतीयों को विमान और जहाज से लाया जा रहा है। सिंगापुर से 234 भारतीयों का जत्था शुक्रवार को दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंचा गया। इन सभी लोगों का मेडिकल टेस्ट करने के बाद विदेश से आए सभी लोगों को 14 दिन तक क्वारनटीन पर रखा जाएगा। वंदे भारत मिशन के तहत शनिवार को भी कई देशों से भारतीयों की वतन वापसी की जायेगी। तय कार्यक्रम के अनुसार देर रात तक स्पेशल उड़ानों के जरिये भारतीयों को लाया जाना है।
इनमें दुबई से चेन्नई का विमान आ चुका है। ढाका से दिल्ली दिन में 3 बजे, कुवैत से हैदराबाद 6.30 बजे, मस्कट से कोच्चि 8.50 बजे रात, शारजाह से लखनऊ 8.50 बजे रात, कुवैत से कोच्चि रात 9.25 बजे, कुआलालंपुर से तिरुच्चिराप्पल्ली रात 9.40 बजे, लंदन से मुंबई रात 1.30 बजे (10 मई), दोहा से कोच्चि 1.40 बजे रात (10 मई) विमान पहुंचेंगे। वंदे भारत मिशन के तहत 12 देशों में फंसे करीब दो लाख भारतीयों को वापस लाया जाएगा। अमेरिका, ब्रिटेन, बांग्लादेश, मलेशिया, फिलिपींस, सिंगापुर, यूएई, सऊदी अरब, कतर, बहरीन, कुवैत और ओमान में फंसे भारतीयों को लाया जा रहा है। स्वदेश वापसी के लिए शुरू किए गए विशेष विमानों से जुड़े सूत्रों ने बताया कि उड़ान के मामले में प्रवासी मजदूरों और गर्भवती महिलाओं से जुड़ी समस्याएं आईं तो अब कोशिश की जा रही है कि विमान छोटे एयरपोर्ट्स पर भी उतारे जाएं, ताकि लोगों को किसी तरह की दिक्कत न हो।