भारत सरकार के द्वारा प्रस्तुत किया गया। नया बजट बहुत सारे क्षेत्रों के लिए सुविधाजनक और सुखदाई है लेकिन दूसरी तरफ बहुत सारे ऐसे क्षेत्र भी हैं जिनके लिए इस नए बजट में कोई बड़ा बदलाव नहीं किया गया है। भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को क्रेडिट पॉलिसी की समीक्षा का ऐलान किया और इस बार भी कहा गया कि किसी भी प्रकार की ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। आम बजट से लगातार भारत की आम जनता की अनुमान लगाए बैठी थी कि इस बार भारत के मध्यमवर्गीय लोगों को कुछ फायदा होगा लेकिन इस बजट से भी उन्हें केवल निराशा ही हाथ लगी है।आरबीआई ने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है, इसका मतलब रेपो रेट अभी भी 4 फीसदी और रिवर्स रेपो रेट 3.35 फीसदी पर ही रहेगी।
कई रिपोर्ट से मानती है कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया पहले राजकोषीय घाटे को कम करने की तैयारी कर रहा है। इसीलिए एक्सपर्ट ने पहले ही जिंदा जलाया था कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया किसी भी तरह की ब्याज दरों में कोई परिवर्तन नहीं करेगा। बताया जा रहा है कि हाल ही में भारत सरकार के द्वारा जो बजट पेश किया है उसमें निवेश की स्थिति सुधरेगी क्योंकि इस समय भारत के लोग अपने खर्च करने की स्थिति को ठीक कर पा रहे हैं। शक्तिकांत दास की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि जनवरी-मार्च के बीच महंगाई दर 5.2 फीसदी तक रह सकती है। रिजर्व बैंक ने अगले वित्त वर्ष 2021-22 में जीडीपी में 10.5 फीसदी की बढ़त का अनुमान लगाया है। बता दें कि इकोनॉमिक सर्वे में यह 11 फीसदी होने का अनुमान है। आपको बता दें कि अभी रेपो दर चार फीसदी के रिकॉर्ड निचले स्तर पर है। वहीं रिवर्स रेपो दर 3.35 फीसदी है। बैंक पिछले साल फरवरी से रेपो दर में 1.15 फीसदी की कटौती कर चुका है।