भारत के इस शहर में नहीं है कोई प्रशासन या धर्म, बिना पैसों के रहते हैं यहाँ 50 देशों के नागरिक

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प्रतीकात्मक चित्र

क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि आज के जमाने में भी भला कोई ऐसा जगह हो सकती है जहाँ पर किसी प्रकार का भेदभाव, ऊँच-नीच, जाति-धर्म और शासन-प्रशासन नहीं है। लेकिन यह बात पूरी तरह सच है। पुडुचेरी से 8 किलोमीटर दूर तमिलनाडू राज्य के अंतर्गत ऑरोविल (Auroville) नाम का एक शहर बसा हुआ है, जहाँ पर केवल एकमात्र धर्म मानवता ही है। इस शहर को भारत की एक्सपेरिमेंटल सिटी (Experimental City of India) के नाम से भी जाना जाता है। ऑरोविल शहर का नाम मशहूर क्रांतिकारी और दार्शनिक अरविंद घोष (Aurobindo Ghosh) के नाम पर रखा गया है।

इस शहर की शुरूआत अरविंद घोष की अनुयायी मीरा अलफाज़ा (Mirra Alfassa) द्वारा 1968 में की गई थी। मीरा अल्फाज़ा को लोग गुरूमाता या माँ कहकर बुलाया करते थे। शुरूआत में 50 देशों के करीब 2000 लोगों ने इस शहर को बसाया था। लेकिन आज 25,000 से भी अधिक लोग इस शहर का हिस्सा बन चुके हैं। भले ही इस शहर में कोई भी जाति या धर्म नहीं है, लेकिन इसके बावजूद शहर के बीचो-बीच मैत्रीमंदिर (Matrimandir) नाम का एक स्थल बना हुआ है। आपको जानकर हैरानी होगी कि इस मंदिर में किसी भी धर्म के देवी-देवता की पूजा नहीं की जाती। लोग इस मंदिर में आकर ध्यान लगाते हैं और योग करते हैं।

इस शहर में सौर ऊर्जा और पवन ऊर्जा के जरिए बिजली की आपूर्ति की जाती है। यहाँ लगे बड़े-बड़े सोलर प्लांट से इतनी बिजली का उत्पादन किया जाता है कि अतिरिक्त बिजली तमिलनाडू राज्य के अन्य जिलों में सप्लाई की जाती है। इसके अलावा पूरे शहर में 25 से अधिक बायोगैस के प्लांट भी लगे हुए हैं। यह शहर भविष्य की जरूरतों के हिसाब से डिज़ाइन किया गया है। ऑरोविल में 170 छोटी-बड़ी इंडस्ट्रीज़ और फैक्ट्रीज़ भी मौजूद हैं। यह शहर अभी तक 8000 लोगों को रोज़गार उपलब्ध करा चुका है।

हर साल हज़ारों-लाखों की संख्या में पर्यटक यह शहर देखने के लिए आते हैं। यहाँ की साफ-सफाई और हरियाली देखकर आपको भी इस शहर से प्यार हो जाएगा। इस शहर में किसी प्रकार के कागज के नोट या सिक्कों का संचालन नहीं होता है। लोग केवल अकाउंट ट्रांस्फर के जरिए ही लेन-देन करते हैं। यदि कोई पर्यटक यहाँ आकर रहना चाहता है तो उसका एक अस्थायी अकाउंट खोला जाता है और इस्तेमाल के लिए ऑरोकार्ड (एक प्रकार का डेबिट कार्ड) मुहैया कराया जाता है।

अगर आप भी कुछ दिन ऑरोविल की खूबसूरती देखना चाहते हैं तो एक ट्रिप प्लान कर सकते हैं। यहाँ रहने के लिए आपको आसानी से गेस्ट हाउस मिल जाएंगे। एक ओर जहाँ आज के समय में लोग धर्म, जाति और राजनीति के नाम पर लड़ रहे हैं, जगह-जगह दंगे हो रहे हैं, वहीं दूसरी ओर इस तरह का शहर होना अपने आप में किसी चमत्कार से कम नहीं है।

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