अमित शाह की रैली में जय श्रीराम के नारे लगाने वाले युवक को मिल रहीं थीं धमकियाँ, जिला प्रशासन ने मुहैया कराई सुरक्षा

उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में 2 दिसंबर को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की रैली में जय श्रीराम के नारे लगाने वाले मुस्लिम युवक अहसान राव  को जिला पुलिस ने सुरक्षा मुहैया कराई है।

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चित्र साभार : News18

उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में 2 दिसंबर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की रैली में जय श्रीराम के नारे लगाने वाले युवक अहसान राव को जिला प्रशासन ने सुरक्षा मुहैया कराई है। न्यूज़ 18 के अनुसार पुलिस अधीक्षक के द्वारा अहसान राव नामक व्यक्ति ने कुछ नारेबाजी की थी जिसके बाद उन्हें लगातार धमकियां मिल रही थी, इस संबंध में अहसान राव ने सहारनपुर के जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर सुरक्षा मांगी थी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अहसान राव के अनुरोध पर जिला प्रशासन ने उन्हें सुरक्षा उपलब्ध कराई है।

जय श्रीराम के नारे ने दिलाई सुरक्षा

कहा जाता है कि एहसान राव भारतीय जनता पार्टी के समर्थक हैं। इसीलिए उनके नारों और उनके विचारों से कुछ कट्टरपंथी लोग रंजिश रखते हैं। इसी रंजीत से उन्हें बचाने के लिए जिला प्रशासन के द्वारा उन्हें सुरक्षा मुहैया कराई गई है। जय श्रीराम का नारा लगाने वाले अहसान राव ने मीडिया के सामने आकर कहा, ‘देखिए भगवान राम हमारे पूर्वज हैं और हम सभी श्रीराम के वंशज हैं। मुझे जय श्रीराम बोलने में या भारत माता की जय बोलने में कोई दिक्कत नहीं है। जिस मुल्क में हम रह रहे हैं उसकी जय-जयकार करनी चाहिए।’

देवबंद के मौलाना को है एतराज

उधर दारुल उलूम देवबंद के मौलाना मुफ़्ती असद कासमी ने इस पर कड़ा ऐतराज जताया था और इस गलती के लिए अल्लाह से माफी मांगने की सलाह दी है। उलेमा मुफ़्ती असद कासमी ने कहा कि इस्लाम के अंदर इस तरह के नारे लगाने की कोई गुंजाइस नहीं है। इस शख्स को चाहिए कि मौलानाओं से मिलकर रुजू करे और अल्लाह से तौबा करे। उन्होंने कहा कि अपने दुनियाबी आकाओं को खुश करने के लिए इस तरह के नारे नहीं लगाने चाहिए, क्योंकि इस तरह के नारे लगाने से इंसान इस्लाम से जाया हो जाता है।

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