कोरोना वायरस के चलते लागू किये गए लॉकडाउन के बाद से देश भर के लोगों को कई तरह की मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। इस वैश्विक महामारी ने हर वर्ग के लोगों के आमजनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। हालांकि इसके बावजूद कई सरकारी और गैर सरकारी संगठन लोगों की मदद कर रहे है। इसी बीच भारतीय रेलवे और IPS अरुण बोथरा ने पीड़ित बच्चे की मदद कर लोगों का दिल जीत लिया है। दरअसल कुछ ही दिनों पहले एक महिला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपने साढ़े तीन साल के ऑटिस्टिक बच्चे के लिए राजस्थान से ऊंट का दूध मंगवाने की गुहार लगाई थी।
नेहा कुमारी नाम की महिला ने ट्वीट करते हुए पीएम मोदी से कहा था ‘सर मेरा एक 3.5 साल का बच्चा है जो ऑटिज्म और गंभीर खाद्य एलर्जी से पीड़ित है। वह ऊंट के दूध और सीमित मात्रा में दालों पर जीवित रहता है। जब लॉकडाउन शुरू हुआ, तो मेरे पास लंबे समय तक चलने के लिए पर्याप्त ऊंट का दूध नहीं था। मुझे ऊंठ का दूध या इसके पाउडर को सदरी (राजस्थान) से लाने में मदद करें।‘
@narendramodi Sir I have a 3.5 yrs old child suffering from autism and severe food allergies . He survives on Camel Milk and limited qty of pulses. When lockdown started I didn’t have enough camel milk to last this long. Help me get Camel Milk or its powder from Sadri(Rajasthan).
— neha kumari (@nehakum79798495) April 4, 2020
इसके बाद बच्चे को दूध न मिलने को लेकर रेलवे ने खुद मुंबई स्थित बच्चे की माँ का पास 20 लीटर ऊंटनी का दूध पहुँचाया। प्रेस ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया ने ट्वीट करते हुए बताया ‘मुंबई में एक महिला द्वारा अपने 3.5 साल के ऑटिस्टिक बच्चे के लिए ऊंट के दूध की गैर-उपलब्धता के बारे में ट्वीट करने के बाद, रेलवे ने परिवार को 20 लीटर ऊंट का दूध पिलाया, जिसे बकरी, गाय और भैंस के दूध से एलर्जी है।‘
Railways transports 20 litres of camel milk to a family in Mumbai after a woman tweeted about its non-availability for her 3.5-year-old autistic child, who is allergic to goat, cow & buffalo milk
— Press Trust of India (@PTI_News) April 11, 2020
रेलवे के इस काबिल-ए-तारीफ काम को काफी सराहना मिल रही है। नेहा कुमारी के ट्वीट के बाद हरकत में आये लोग भी भारतीय रेलवे के इस योगदान की काफी प्रशंसा कर रहें है।