भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय मंत्रियों से टीकाकरण तथा संक्रमण की तीसरी लहर को रोकने के मामले पर चर्चा की। प्रधानमंत्री ने अपने केंद्रीय मंत्रिपरिषद में शामिल मंत्रियों को यह निर्देश दिए कि देश में ऐसा माहौल बनाया जाए जहां सभी लोग शक्ति के साथ कोविड दिशा निर्देशों का पालन करें। प्रधानमंत्री ने कहा कि लोगों को टीकाकरण के लिए प्रेरित किया जाए जिससे संक्रमण की तीसरी लहर भारत में प्रवेश ना कर पाए। केंद्रीय मंत्रिपरिषद की बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रधानमंत्री ने देश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा की और टीकाकरण अभियान पर विचार-विमर्श किया और साथ ही मंत्रियों को बताया कि महामारी अभी समाप्त नहीं हुई है इसलिए युद्धस्तर पर टीकाकरण होते रहना चाहिए।
उन्होंने मंत्रियों से कहा कि वह सभी परियोजनाओं की निगरानी करें और सुनिश्चित करें कि इनके पूरा होने में देरी ना हो। प्रधानमंत्री ने बैठक के दौरान मंत्रियों से कोविड-19 महामारी के बाद अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए उठाए जाने वाले कदमों के बारे में सुझाव भी मांगे हैं। उन्होंने सभी मंत्रियों से अपने-अपने मंत्रालय में ”मिशन मोड में काम करने का आह्वान किया। उन्होंने संसद के आगामी सत्र के मद्देनजर सभी मंत्रियों से आंकड़ों और तथ्यों के साथ तैयारी करने को कहा ताकि विपक्ष को करारा जवाब दिया जा सके। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पीएम ने कहा कि आप सभी वैक्सीनेशन के काम लग जाइए, वैक्सीन लेने वाले लोगों की लाइन में खड़े होकर देखिए कि लोगों को क्या दिक्कत आ रही है?”
ऐसा कहा जा रहा है कि प्रधानमंत्री और केंद्रीय मंत्रियों की यह मीटिंग लगभग 5 घंटे चली है। नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने कोविड-19 महामारी के बारे में एक प्रस्तुति दी है। इस दौरान प्रधानमंत्री ने जोर दिया कि लोगों को बहुत सावधान रहना होगा तभी कोरोना का संक्रमण फैलने से रोका जा सकेगा।