वैश्विक महामारी कोरोना ने अपने प्रकोप से विश्व के लगभग सभी बड़े देशों में हजारों लोगों की जान ले ली है। अमेरिका, चाइना, इटली समेत सभी देशों के प्रतिनिधित्व इस वायरस के सामने हार मान चुके हैं। लेकिन इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया के सामने कोरोना संकट के बीच कई तरह के उदाहरण दिए हैं। संकट के बीच लोगों को एकजुट करना, स्थिति को नियंत्रण करना या फिर महामारी काल में पड़ोसी मुल्क की मदद करना, पीएम मोदी ने हर तरह से विश्व के सामने अपनी छवि को और जुझारू कर लिया है।
यही कारण है कि इस समय जहां कई दिग्गज नेताओं की पॉपुलैरिटी लगातार गिरी है तो वहीं पीएम मोदी की लोकप्रियता पर कोई आंच तक नहीं आई है। सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि विदेशी नागरिक भी इस बात को मान चुकें है। पीएम मोदी ने अन्य नेताओं के मुकाबले हर तरह की स्थिति को बेहतर तरीके से कंट्रोल किया है।
66 फीसदी लोग पीएम मोदी से संतुष्ट
आईएनएस सी-वोटर के सर्वे के मुताबिक, देश की 65.69 प्रतिशत जनता पीएम मोदी और उनके कार्य से संतुष्ट है। जबकि 58.36 प्रतिशत भारतीय प्रधानमंत्री मोदी से अति संतुष्ट है। सर्वे के मुताबिक पीएम मोदी के कार्यों से 24.01 प्रतिशत भारतीय कुछ ही हद तक संतुष्ट है जबकि 16.71 फीसदी लोग पीएम मोदी के कामकाज से पूरी तरह से असंतुष्ट हैं।
गैर भाजपा शासित प्रदेशों ने भी माना पीएम मोदी का लोहा
सर्वे में हैरान करने वाली बात ये है कि जिन राज्यों में बीजेपी की सरकार नहीं है, वहां की जनता ने भी मोदी को वर्ल्ड क्लास नेता माना है। गैर शासित राज्यों की बात करें तो उड़ीसा में सबसे ज्यादा 95.6 प्रतिशत लोग पीएम मोदी से संतुष्ट दिखाई दिए है। इनमें से 84.87 फीसदी लोग पीएम मोदी के कार्यों से अति संतुष्ट है। राज्य में 2 प्रतिशत लोग ही ऐसा मानते है कि पीएम मोदी उम्मीदों पर खरा उतरने में असफल रहें।
उड़ीसा के अलावा हिमाचल में पीएम मोदी की अप्रूवल रेटिंग 93.5, छत्तीसगढ़ में 92.73, आंध्रप्रदेश में 83.6 रही है। पिछले साल झारखण्ड चुनाव में हारने के बाद अब राज्य की 64.26 प्रतिशत जनता ने पीएम मोदी को पहली पसंद माना है। जबकि महाराष्ट्र में भी 71.48 प्रतिशत लोग पीएम मोदी से संतुष्ट है।
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राहुल गांधी की लोकप्रियता मात्रा 0.58
कोरोना संकट के दौरान लगातार मोदी सरकार पर निशाना साधने वाले कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर देश की 0.58 फीसदी जनता ने ही भरोसा जताया है। देश की 43.11 फीसदी जनता राहुल गांधी से कतई संतुष्ट नहीं है।