महाराष्ट्र में लगातार राज्यपाल और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बीच जुबानी जंग चल रही है। और इस जंग का माध्यम है पत्र। मंगलवार को राज्यपाल ने लेटर लिखकर उद्धव ठाकरे से पूछा था, ” ऐसा कोई दे दिए आदेश मिला है या फिर आप अचानक से सेक्युलर हो गए हैं?” महाराष्ट्र में लगातार मंदिरों को नहीं खोलने पर राजनीति चल रही है। सीएम देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस ने ट्वीट करके शिवसेना और महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साधा है। अमृता ने ट्विटर पर ट्वीट करते हुए लिखा, ” महाराष्ट्र में बार और शराब की दुकानों को खोलने की छूट है। लेकिन मंदिर खतरनाक जोन में हैं। भरोसा ना कर पाने वाले लोगों को सर्टिफिकेट देकर खुद को साबित करना होता है। ऐसे लोग स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर को लागू करवाने में नाकाम रहते हैं।”
वाह प्रशासन – bars and liquor shops are wild wide open but temples are danger zones ?
Definitely sometimes ‘certificate’ is required to prove the saneness of some dicey creatures who are incapable of having SOPs in place ! 🤔🙄 #Maharashtra— AMRUTA FADNAVIS (@fadnavis_amruta) October 13, 2020
महाराष्ट्र के राज्यपाल ने ठाकरे को जो पत्र लिखा था उस पर उद्धव ठाकरे सरकार ने महिला एवं बाल विकास मंत्री यशोमती ठाकुर ने बड़ा बयान देते हुए कहा, “राज्यपाल की चिट्ठी किसी बड़ी साजिश का हिस्सा लग रही है। यशोमती ठाकुर ने कहा, “राज्यपाल संवैधानिक पद पर बैठकर असंवैधानिक बातें कर रहे हैं, जो किसी बड़े षड्यंत्र का हिस्सा लग रही हैं। ” उन्होंने यह भी बताया, ” अगर कोरोना चला गया तो अयोध्या में राम मंदिर भूमि पूजन के लिए लालकृष्ण आडवाणी क्यों नहीं गए थे? उन्होंने यह भी कहा कि राज्यपाल की जिम्मेदारी लेते है कि मंदिर खोलने से कोरोना का प्रसार नहीं होगा। लेते हैं तो सरकार को खोलने में कोई परेशानी नहीं होगी। “