कोरोना महामारी के बाद राममंदिर निर्माण, चीन के साथ विवाद और राफेल डील को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लगातार बढ़ती लोकप्रियता ने कांग्रेस पार्टी को एक बार फिर सकते में डाल दिया है। हालांकि कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार केंद्र पर निशाना साध रहे हैं। यही कारण है कि अब कांग्रेस पार्टी के सदस्यों ने एक बार फिर पार्टी की जिम्मेदारी राहुल गांधी के हाथों सौंप देने की मांग की है।
कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने हाल ही में पार्टी के राज्यसभा सदस्यों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये बैठक की। बैठक में कई सदस्यों ने राहुल गांधी को फिर से पार्टी का अध्यक्ष बनाने की मांग उठाई। NDTV इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक रिपुन बोरा, पीएल पूनिया, छाया वर्मा और कुछ सदस्यों ने राहुल गांधी को फिर से पार्टी का अध्यक्ष बनाने की पैरवी की है।
फिलहाल सोनिया गांधी ने इस पर अपनी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। पार्टी के सदस्यों का मानना है कि इस समय राहुल गांधी ही एकलौते ऐसे राजनेता हैं जो केंद्र सरकार और पीएम मोदी को खुली चुनौती दे रहे हैं। दूसरी तरफ हाल ही में दिग्विजय सिंह ने भी राहुल गांधी के केंद्र सरकार पर किए गए हमलों का खुला समर्थन किया था।
वहीं अगर राहुल गांधी की बात करें तो पिछले साल लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद उन्हें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से हटा दिया गया था। जिसके बाद सोनिया गांधी ने अध्यक्ष पद की कुर्सी संभाली थी।