चीन के विरोध में जोमैटो में काम कर रहे डिलीवरी ब्वॉयज ने सामूहिक इस्तीफा देने का किया फैसला

हाथों में तिरंगा लेकर जोमैटो के कर्मचारियों ने 'चाइनीज एजेंट जोमैटो भारत छोड़ो' के नारे लगाये तथा इसके साथ ही उन्होंने लोगों से जोमैटो के जरिए खाने का ऑर्डर नहीं करने का अनुरोध भी किया

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पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में पिछले कई महीनों से चले आ रहे विवाद को लेकर देश में गुस्सा बढ़ता ही जा रहा है। अब इसको लेकर लोग सडकों पर उतर आये हैं। ऐसे में कोलकाता में एप आधारित फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो में काम कर रहे डिलीवरी ब्वॉयज के ग्रुप ने इस कंपनी से सामूहिक इस्तीफा देने का फैसला किया है। बता दें कि जोमैटो में चीन की एक कंपनी का भारी मात्रा में पूंजी निवेश है। कंपनी में काम कर रहे डिलीवरी ब्वॉयज जोमैटो में चीनी निवेश का विरोध कर रहे हैं। इन कर्मचारियों ने चीनी ऐप कंपनी का विरोध करते हुए कंपनी की टी-शर्ट भी फाड़ दी। जोमैटो में काम कर रहे ये लड़के दक्षिण कोलकाता में बेहला पुलिस स्टेशन के सामने जमा हुए और जोमैटो की टी शर्ट जलाई। हाथों में तिरंगा लिए हुए जोमैटो के ये स्टाफ ‘चाइनीज एजेंट जोमैटो भारत छोड़ो’ के नारे लगा रहे थे। इसके साथ ही उन्होंने लोगों से जोमैटो के जरिए खाने का ऑर्डर नहीं करने का अनुरोध किया।

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गौरतलब है कि चीन की कंपनी अलीबाबा से जुड़े एंट फाइनेंशियल ने 2018 में जोमैटो में 21 करोड़ डॉलर का निवेश कर उसकी 14.7 प्रतिशत साझेदारी (शेयर) खरीद ली थी। जोमैटो ने हाल ही में एंट फाइनेंशियल से 15 करोड़ डॉलर की राशि फिर से जुटाई है। जब जोमैटो के इन स्टाफ से पूछा गया कि कंपनी छोड़ने के बाद इनकी रोजी-रोटी कैसे चलेगी तो उन्होंने कहा कि वे भूखे रहने को तैयार हैं, लेकिन देश पर बुरी नजर डालने वालों के साथ कतई काम नहीं करेंगे। एक डिलीवरी एजेंट ने कहा, “चीनी हमारे ही पैसे का इस्तेमाल कर हमारे सैनिकों को निशाना बना रहा है, यदि हमारे सैनिक सुरक्षित नहीं हैं तो हम सुरक्षित कैसे रहेंगे। इसलिए हम जोमैटो का बहिष्कार कर रहे हैं।” एजेंट ने कहा कि हमारे 50 से 60 लोगों ने जोमैटो एप को अपने फोन से भी हटा दिया है। अभी तक जोमैटो से इस संबंध में तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है और ना ही इस बारे में कोई जानकारी मिली है कि प्रदर्शन करने वाले लोग कहीं नौकरी से निकाले गए कर्मचारी तो नहीं हैं।

Image Attribution: Zomato / Public domain

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