आज भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी का जन्मदिन है।जिन्होंने कई वर्षों के संघर्ष के बाद दुनिया को ये बताया कि लोकतंत्र किसी एक पार्टी या परिवार की निजी सम्पत्ति नहीं बल्कि ये हर उस व्यक्ति का अधिकार है जिसने भारत में जन्म लिया है और जो भारत को आगे बढ़ाने में निरंतर योगदान दे रहा है। प्रधानमंत्री मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद बहुत सारे परिवर्तन भारत में दिखाई दिए। आज प्रधानमंत्री के जन्मदिवस पर उन्हें चाहने वाले लोग उनकी लम्बी आयु की कामना कर रहे हैं। उनके राष्ट्रहित में लिए गए निर्णयों को याद कर रहे हैं। परन्तु कुछ बुद्धिजीवी आज भी प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए दिखाई दे रहे हैं। ये वही लोग हैं जो केवल अपनी प्रशंसा सुनने की इच्छा रखते हैं, लेकिन कभी अपनी आलोचना सुनने की ताकत उनमें दिखाई नहीं देती। आइये जानते हैं प्रधानमंत्री के उन निर्णयों के बारे में जिनके लिए नरेंद्र मोदी को भविष्य में हमेशा याद रखा जायेगा !
जम्मू कश्मीर से धारा 370 को हटाना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम इतिहास में जब भी लिया जाएगा तो जम्मू कश्मीर से धारा 370 को हटाने का फैसला उनकी शख्सियत की गवाही देगा ! 5 अगस्त 2019 को राज्यसभा और लोकसभा में पूर्णबहुमत के साथ जम्मूकश्मीर को पुनः भारत में साथ संगठित कर दिया। जिस काटें को कोई छूना नहीं चाहता था उसे नरेन्द्र मोदी की सरकार ने पूरी ताकत के साथ उखाड़ कर फेंक दिया। आज कश्मीर में खुलेआम तिरंगा फेहराया जा रहा है आज कोई उग्रवादी संगठन देश का विरोध करने से पहले सौ बार सोचता है। जिस बुद्धिमत्ता के साथ देश के गृहमंत्री अमितशाह ने इस मामले को खत्म किया वास्तव में स्वागतयोग्य है।
नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA)
नागरिकता संशोधन कानून एक ऐसा अधिनियम है जिसके तहत पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आये गैर मुस्लिमों को यानी हिंदू, बौद्ध, ईसाई, जैन, पारसी और सिख धर्म के अनुयायियों को भारत की नागरिकता दी जाएगी। ये वे सभी लोग हैं जिन्हें इन तीनों देशों में प्रताड़ित किया गया हैं। हालांकि हमारे देश में रहने वाले लोगों ने इस अधिनियम का विरोध किया और सड़कों पर निकल कर देश को दंगे की आग में झोंक दिया। लेकिन इस अधिनियम के बाद ना जाने प्रधानमंत्री मोदी को कितने लोगों की दुआएं मिल रही जिन्हें पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में प्रतिदिन नर्क का अनुभव हुआ करता था। आज वे सभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हृदय से धन्यवाद करते हैं।
अयोध्या में नए युग का प्रारम्भ
प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल में ही भारत के सबसे पुराने कानूनी मसले का हल निकला जिसे दुनिया राममंदिर जन्मभूमि विवाद के नाम से जानती है ! लेकिन अब सारी दुनिया अयोध्या को भव्य राम मंदिर के प्रतीक से जानेगी। ना जाने कितनी पीढ़ियां इस इंतजार में स्वर्गवासी हो गयी कि कब हमें राममंदिर के दर्शन होंगे? लेकिन अब वो समय भी निकट आ चुका है ज़ब प्रधानमंत्री मोदी और बहुत सारे शहीदों के बलिदान और आस्था का प्रतीक भव्य राम मंदिर अयोध्या की भूमि पर दिखाई देगा ! पहली बार देश के नेताओं को यह पता चला कि बहुसंख्यक समाज जिसके सर पर आशीर्वाद रख देता है, सत्ता उसी के हाथों में चली जाएगी।
पाकिस्तान को उसी की भाषा में मिला जबाब
भारत ने हमेशा अपने पड़ोसी देशों के साथ अच्छे संबंध बनाने की कोशिश की है चाहे वह पाकिस्तान हो, चीन हो या फिर नेपाल ! लेकिन अपनी औकात के अनुसार ही इन देशों से भारत के साथ व्यवहार किया है ! एक तरफ चीन की चाल को मिला नेपाल का साथ और वहीं पाकिस्तान द्वारा लगातार भारत पर आतंकी हमले !
किसी कवि ने कहा था,
” बार बार की कायरता को भारत क्यों सह जाता है?
ज्यादा सयंम भी दुनिया में कायरता कहलाता है। “
लेकिन इस बार भारत के नेतृत्व और भारतीय सेना ने ये दिखा दिया कि ये नया भारत है जो घर में घुसता भी है और घुसकर मरता भी है। उरी और पुलवामा हमले का जो प्रतिशोध भारत ने लिया उसने दुनिया को एक नया अध्याय सिखाया कि अब भारत सहन करने के अलाबा जबाब देना भी जानता है ! भारत के सैन्य बजट में इजाफा भी एक बहुत बड़ा उदाहरण है भारत की बदलती तस्वीर का !
आने वाले समय में मोदी सरकार के सामने जनसंख्या नियंत्रण, NRC और POK जैसे मामलों पर अपना पक्ष रखना और इन पर अहम फैसला लेना सबसे बड़ी चुनौती होंगी। जिसके साथ ही भारत की बहुत सी आंतरिक और बाह्य समस्याएं समाप्त हो जाएगी !
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