पुनः हिंदुत्व को जगाने में लगी है भारतीय जनता पार्टी, रामायण एक्सप्रेस से लेकर अयोध्या की दिवाली तक,दिख रही है योगी मोदी के कार्यों की झलक

देश के विभिन्न हिस्सों में सनातन धर्म को मजबूती प्रदान करने वाले कई काम किए जा रहे हैं। अयोध्या का दीपोत्सव, बनारस की भव्य व्यवस्थाएं और देवभूमि में चल रही योजनाएं इस बात का सबसे बड़ा उदाहरण है कि देश की मोदी सरकार और प्रदेशों में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है सनातन धर्म को मजबूत करने का काम कर रही हैं।

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चित्र साभार: ट्विटर @BJP4India

देश और विभिन्न प्रदेशों में लगातार हिंदुत्व को मजबूत करने की कोशिश की जा रही है। जहां जहां पर भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली सरकारें हैं उन सभी राज्यों में लगातार सनातन धर्म के प्रति लोगों को जागरूक करने का काम और सनातन धर्म से जुड़े त्योहारों को बड़े रूप में मनाने का काम किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश से लेकर मध्य प्रदेश और कर्नाटक से लेकर उत्तराखंड तक चारों दिशाओं में हिंदुत्व की विचारधारा खूब फल-फूल रही है। उत्तराखंड में आदि गुरु शंकराचार्य की प्रतिमा का स्थापित होना और अयोध्या में प्रतिवर्ष भव्य रुप से बनाई जाने वाली दीपावली इसका जीवंत उदाहरण है। ऐसे बहुत सारे बिंदु हैं जिन पर यदि चर्चा की जाए तो यह बात साबित हो जाएगी कि देश में मोदी सरकार आने के पश्चात लगातार सनातन धर्म की प्रतिष्ठा और प्रभाव बढ़ता जा रहा है।

1 : विश्व भर में मशहूर हो रही है अयोध्या की दीपावली

पिछले 4 सालों में जब से उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार बनी है तब से लगातार अयोध्या एक धर्मनगरी के रूप में पुनः अपने वैभव को प्राप्त कर रही है। जो समाज अयोध्या जाने के बारे में कभी सोचता नहीं था आज उसके ख्वाबों में भी अयोध्या की चमक है। आज हर कोई व्यक्ति अयोध्या जाना चाहता है भगवान श्री राम के दर्शन करना चाहता है। दीपावली और अन्य उत्सवों पर अयोध्या की भव्यता किसी से भी छुपी हुई नहीं है, हर दीपावली पर प्रदेश सरकार के द्वारा आयोजित होने वाला दीपोत्सव विश्व के सभी रिकॉर्ड तोड़ ता जा रहा है। इस साल भगवान श्री राम के दोबारा अयोध्या आगमन पर 12 लाख दिए जलाए गए थे।

2: भगवान श्री राम के जीवन दर्शन कराने वाली रामायण एक्सप्रेस

IRCRC ने श्री रामायण यात्रा कराने की योजना बनाई है। इससे धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और कोविड-19 से जुड़े हालात में सुधार का मौका मिलेगा। सरकार ने इसके लिए रामायण सर्किट पर काम शुरू किया है जो भगवान राम से जुड़े धार्मिक स्थल हैं। इन सभी स्थलों पर ट्रेन से यात्रा हो सकेगी। 17 दिनों की इस यात्रा में भगवान राम के जीवन से जुड़े अयोध्या,  नंदीग्राम, प्रयागराज, शृंगवेरपुर, सीतामढ़ी और चित्रकूट सहित कई प्रमुख स्थान शामिल होंगे। वहीं दूसरी तरफ आपको बता दें कि देश में धार्मिक पर्यटन को बढ़ाने के लिए आईआईटीसी रामायण एक्सप्रेस मदुरई का भी संचालन करेगा। यह ट्रेन 16 नवंबर से शुरू होगी और इस पैकेज में 12 रात/13 दिन की यात्रा शामिल ह। यात्रा मदुरै से शुरू होगी और हम्पी, नाशिक, चित्रकूट, इलाहाबाद, वाराणसी जाएगी तथा मदुरै वापस आएगी। इस ट्रेन में स्लीपर कोच होंगे। लगातार भारतीय संस्कृति से लोगों को जोड़ने के लिए जो प्रयास मोदी सरकार के द्वारा किए जा रहे हैं वह निश्चित रूप से स्वागत योग्य हैं।

3: उत्तराखंड में आदि गुरु शंकराचार्य की प्रतिमा का अनावरण

आदि गुरु शंकराचार्य कैसे संत जिन्होंने समग्र राष्ट्र में सनातन धर्म को पुनर्जीवित किया। जिनके तपोबल के आधार पर ही आज सनातन धर्म पूरे विश्व में फैल रहा है। उन्हीं आदि गुरु शंकराचार्य की प्रतिमा का अनावरण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केदारनाथ धाम में किया। इस मूर्ति को मैसूर के मूर्तिकार अरुण योगीराज ने बनाया है। पीएम द्वारा मूर्ति का अनावरण किए जाने से बेंगलुरू के अरुण योगीराज काफी खुश हैं। उन्होंने कहा कि हमारी मेहनत सफल हो गई है। उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए बेहद खुशी का पल है। हमने प्रतिदिन कम से कम 14 घंटे काम करके नौ महीने में इस मूर्ति को तैयार किया था। उन्होंने कहा कि मुझे बेहद खुद है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आदिगुरु शंकराचार्य की मूर्ति को देश के नाम कर दिया।

4: बाबा विश्वनाथ कॉरिडोर का निर्माण

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लोकसभा क्षेत्र बनारस पिछले 6 वर्षों से खूब सुर्खियों में रहा है। यहां पर लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विकास कार्य किए जा रहे हैं। काशी की जनता भी प्रधानमंत्री मोदी के कार्य से खुश है। आपको बता दें कि पिछले 6 वर्षों से लगातार विश्व की सबसे प्राचीन नगरी काशी में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का निर्माण किया जा रहा है। इस बार इस नगर में लगभग 18,000 करोड रुपए की योजनाएं चल रहीं है। बताया जाता है कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर में लगभग 60 प्राचीन मंदिरों को संरक्षित किया गया है। मंदिर के आसपास के लगभग 360 भावनाओं को हटा दिया गया है। इसमें मंदिर के चारों तरफ एक परिक्रमा मार्ग, गंगा घाट से मंदिर में प्रवेश करने पर बड़ा गेट, मंदिर चौक, 24 बिल्डिंग जिनमें गेस्ट हाउस, 3 यात्री सुविधा केन्द, पर्यटक सुविधा केन्द्र, स्टॉल, पुजारियों के रहने के लिए आवास, आश्रम, वैदिक केन्द्र, सिटी म्यूज़ियम, वाराणसी गैलरी, मुमुक्ष भवन बनाया जा रहा है। इन सभी का निर्माण लाल पत्थरों से हो रहा है। श्रद्धालु गंगा स्‍नान के बाद कॉरिडोर से सीधे मणिकर्णिका घाट, ललिता घाट और जलासेन घाट से काशी विश्‍वनाथ मंदिर पहुंच सकेंगे।

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