सेना प्रमुख ने पाकिस्तान को दिया कड़ा संदेश, कहा, “हमारे धैर्य की परीक्षा ना लें”

आज भारतीय सेना के प्रमुख एमएस नरवणे ने भारतीय सेना के स्थापना दिवस पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, "किसी भी देश को हमारे धैर्य की परीक्षा नहीं लेनी चाहिए।" कार्यक्रम में उन्होंने यह भी कहा कि गलवान घाटी में हमारे शहीदों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी।

0
325
चित्र साभार: ट्विटर @ANI

आज भारतीय सेना अपना 73 वा स्थापना दिवस मना रही है। इस कार्यक्रम में आज भारतीय सेना के प्रमुख एमएस नरवणे भी शामिल हुए। उन्होंने इस अवसर पर कई प्रमुख बातों का जिक्र किया। सेना प्रमुख ने पाकिस्तान और चीन को चेतावनी देते हुए कहा, ” हम चर्चा तथा राजनीतिक प्रयासों के माध्यम से अपने विवादों का समाधान खोजने के लिए प्रतिबद्ध है। लेकिन किसी को भी हमारे धैर्य की परीक्षा नहीं लेनी चाहिए। “सेना प्रमुख जनरल नरवणे यह भी कहा कि पिछले साल, एलओसी के पास और आतंकवाद-रोधी अभियानों में सेना ने 200 से अधिक आतंकवादियों का सफाया किया। लगभग 300-400 आतंकवादी भारतीय सीमा में घुसपैठ करने के लिए सीमा के पास प्रशिक्षण शिविरों में बैठे हैं। पिछले वर्ष संघर्ष विराम उल्लंघन की संख्या में 44 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो पाकिस्तान के नापाक इरादों को दर्शाता है। ”

सेना प्रमुख जनरल नरवणे ने अपने संबोधन के दौरान कहा, ” सेना अपने आधुनिकीकरण की दिशा में ठोस कदम उठा रही है।आपातकालीन और फास्ट-ट्रैक योजनाओं के तहत, सेना ने लगभग 5,000 करोड़ रुपये के उपकरण खरीदे और पिछले साल पूंजीगत खरीद के तहत 13,000 करोड़ रुपये के अनुबंध किए। “इसी कार्यक्रम के दौरान भारतीय सेना के 5 जवानों को मरणोपरांत सेना मेडल से सम्मानित किया गया। 10 पैरा स्पेशल फोर्सेस यूनिट के नाइक संदीप को जम्मू – कश्मीर में दो आतंकवादियों को मारने और अपने स्क्वाड कमांडर की जान बचाने के लिए मरणोपरांत सेना पदक से सम्मानित किया गया।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here